DeepSeek की वजह से अमेरिकी टेक कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। यह मॉडल अमेरिकी कंपनियों जितना ही कारगर है, हालांकि इसकी लागत काफी कम है।
China News: खेलों में चीन ने अपना दबदबा बनाने के लिए एक खास तरह की रणनीति पर सोचना शुरू किया था। वहीं, बच्चों को बहुत कम उम्र से ही पढ़ाई के साथ-साथ इन खास लक्ष्यों के लिए तैयार करना शुरू कर दिया गया था। इसी कारण चीन बहुत कम समय में ही खेलों में लीडर बनकर उभरा है। चीनी सरकार अब फ्यूचर की टेक्नोलॉजी के लिए भी इसी रणनीति को अपनाना चाहती है, जिसमें AI अहम है। दरअसल, सरकार कम उम्र से ही बच्चों की पढ़ाई में AI को शामिल करने जा रही है।
AI कोर्स शुरू करेंगे
मिली जानकारी के मुताबिक, बीजिंग के प्राइमरी और सेकेंडरी छात्रों के लिए AI कोर्स शुरू करेंगे, ताकि चीन इस क्षेत्र में लीडरशिप की स्थिति हासिल करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके। बीजिंग नगर शिक्षा आयोग ने कहा है कि 1 सितंबर से शुरू होने वाले आगामी सेमेस्टर से, चीनी राजधानी के स्कूल हर साल कम से कम आठ घंटे की AI क्लास आयोजित करेंगे। डिपार्टमेंट ने यह भी कहा कि स्कूल इन कोर्स को अलग से चला सकते हैं या उन्हें आईटी और विज्ञान जैसे मौजूदा पाठ्यक्रमों के साथ पेश कर सकते हैं।
चीन की लंबे समय से AI इनोवेटर बनने की एम्बिशन रही है। हालांकि, चीन की कोशिशें दुनिया के सामने तब आईं, जब DeepSeek ने एक मॉडल जारी किया। DeepSeek की खबर सामने आने के बाद अमेरिकी टेक कंपनियों के शेयर धड़ाम से गिर गए थे। वहीं, इस मॉडल की खासियत यह थी कि यह बड़ी अमेरिकी कंपनियों द्वारा बनाए गए मॉडल जितना ही अच्छा प्रफोमेंस करता है, जबकि इसकी कीमत अमेरिकी कंपनियों के मुकाबले काफी कम है। शिक्षा विभाग का यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब चीन की सरकार ने AI को बढ़ावा देने की बात कही है।
क्या बोले शिक्षा मंत्री
चीन के शिक्षा मंत्री हुआई जिनपेंग ने राष्ट्रीय विधानमंडल के वार्षिक सत्र के दौरान कहा कि AI के नेतृत्व में तकनीकी क्रांति शिक्षा के लिए बड़े अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि देश 2025 में एआई शिक्षा पर एक श्वेत पत्र जारी करेगा।