Apple और Meta जैसी बड़ी कंपनियां लंबे समय से वर्चुअल और ऑगमेंटेड रियलिटी को आम बनाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन यह तकनीक अभी शुरुआती दौर में है।
Google-Samsung : Google एक बार फिर अपनी फ्यूचर टेक्नोलॉजी को लेकर चर्चा में है। Apple और Meta जैसी कंपनियां वर्चुअल और ऑगमेंटेड रियलिटी शो को बढ़ावा देने में लगी है, वहीं अब Google भी इस रेस में कूद गई है। हाल ही में Google ने अपने नए Android XR स्मार्ट ग्लासेस का प्रोटोटाइप पेश किया है। Google के ये नए चश्मे दिखने में तो आम चश्मे जैसे हैं, लेकिन टेक्नोलॉजी के मामले में काफी आगे हैं। इन्हें Google के Gemini AI से पावर मिलती है और ये स्मार्टफोन से कनेक्ट होकर काम करते हैं। यानी की ये सारा प्रोसेसिंग फोन में होता है और चश्मा हल्का बना रहता है।
इन ग्लासेस में कई एडवांस फीचर्स हैं
इन चश्मे में डिस्क्रीट कैमरा, लेंस में ही इनबिल्ट डिस्प्ले, माइक्रोफोन और छोटे स्पीकर्स, आसान और कंफर्टेबल डिजाइन शामिल है। Google पहले भी 2012 में Google Glass लॉन्च कर चुका है, जो उस समय लोगों के लिए एक नई सोच थी। हालांकि, वह प्रोजेक्ट सफल नहीं हुआ, लेकिन उसने AR तकनीक की नींव रखी। अब, Android XR ग्लासेस के साथ Google फिर से इस तकनीक को आम लोगों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।
Google के Android XR स्मार्ट ग्लासेस
Google के Android XR स्मार्ट ग्लासेस सिर्फ एक स्टाइलिश गैजेट नहीं, बल्कि आपकी आंखों पर पहनने वाला एक स्मार्ट असिस्टेंट बनने जा रहे हैं। Google की लेटेस्ट AI टेक्नोलॉजी Gemini से लैस ये चश्मा आने वाले समय में आपकी डिजिटल लाइफ को पूरी तरह बदल सकता है। इसमें रीयल-टाइम ट्रांसलेशन, बुक स्कैनिंग और मेमोरी, Google ऐप्स सपोर्ट, Android Auto का भविष्य में इंटीग्रेशन, लॉन्च डेट का इंतजार शामिल है।