भारत को रोज़गार संकट से निकालने के लिए हर साल 12.2% आर्थिक वृद्धि ज़रूरी: मॉर्गन स्टेनली

6 mins read
35 views
October 1, 2025

India economy growth 2025: भारत की अर्थव्यवस्था को रोज़गार संकट से बाहर निकालने के लिए हर साल लगभग 12.2% की असाधारण वृद्धि हासिल करनी होगी। यह चेतावनी मॉर्गन स्टेनली के अर्थशास्त्रियों ने दी है। उनके अनुसार, अगर ऐसा नहीं हुआ तो करोड़ों युवा भारत में सही अवसरों से वंचित रह सकते हैं और इससे सामाजिक असंतोष भी बढ़ सकता है।

भारत की अर्थव्यवस्था को रोज़गार संकट से बाहर निकालने के लिए मॉर्गन स्टेनली ने चेताया है कि हर साल 12.2% की तेज़ वृद्धि दर ज़रूरी है। वर्तमान दर इससे बहुत कम है।

रिपोर्ट के मुताबिक भारत का श्रम बाज़ार दोहरी चुनौती झेल रहा है- बेरोज़गारी और अधबेरोज़गारी (Underemployment)। युवा बेरोज़गारी दर 17.6% है, जो इस क्षेत्र में सबसे अधिक है। साथ ही, बड़ी संख्या में लोग कृषि क्षेत्र की ओर लौटे हैं, जिससे खेती-किसानी में रोज़गार 17 साल के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया है। अधबेरोज़गारी का मतलब ऐसे काम हैं जहाँ व्यक्ति की शिक्षा, कौशल या काम के घंटों का पूरा उपयोग नहीं हो पाता। भारत में रोजगार की परिभाषा इतनी ढीली है कि सप्ताह में सिर्फ़ 1 घंटे काम करने वाला व्यक्ति भी ‘रोज़गार प्राप्त’ गिना जाता है। यही वजह है कि बड़ी आबादी अनौपचारिक और कम गुणवत्ता वाले काम में फंसी रहती है।

Read More: जुकरबर्ग का अलर्ट: AI निवेश में बबल का खतरा, धीमी तैयारी से बड़ा नुकसान

मॉर्गन स्टेनली ने साफ कहा है कि मज़बूत औद्योगिक और निर्यात वृद्धि, तेज़ इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास और व्यापक कौशल सुधारों के बिना भारत ‘जॉब्स ट्रैप’ में फंस सकता है। इससे न सिर्फ़ भारत की “दुनिया का अगला विकास इंजन” बनने की महत्वाकांक्षा धीमी होगी, बल्कि विदेश पलायन भी बढ़ेगा।

हालांकि पहली तिमाही में भारत की जीडीपी 7.8% बढ़ी, लेकिन यह रफ्तार भी अगले दशक में काम खोजने आने वाले 8.4 करोड़ युवाओं को समायोजित करने के लिए काफी नहीं है। रिपोर्ट ने यह भी बताया कि लगभग 60 करोड़ भारतीय आज भी प्रतिदिन 3.65 डॉलर (विश्व बैंक का मानक) से कम पर जीवन यापन कर रहे हैं, और नया मानक 4.20 डॉलर होने से यह संख्या और बढ़ जाएगी।

Read More: Google Meet में Ask Gemini AI का आगमन

इसके अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटोमेशन की तेज़ प्रगति पारंपरिक सर्विस सेक्टर नौकरियों को भी सीमित कर सकती है। ऐसे में उन्नत विनिर्माण, टेक्नोलॉजी और कौशल विकास में बड़े पैमाने पर निवेश ही इस संकट से निपटने का समाधान माना जा रहा है।

Riya Gupta

मीडिया जगत में अपने पाँच साल के सफ़र के दौरान, मैंने कंटेंट क्रिएशन, मीडिया एनालिसिस और वीडियो स्क्रिप्ट राइटिंग में हाथ आजमाया है। रिसर्च के साथ-साथ, मैंने सरकारी परियोजनाओं में भी अपना योगदान दिया है। मेरी विशेषता नई चीज़ों को तेजी से अपनाना और चुनौतीपूर्ण परियोजनाओं में एक्सीलेंस हासिल करना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

Apple ने खारिज किया दावा: OpenAI से पार्टनरशिप करना गलत नहीं

Next Story

RBI ने बदले लोन नियम: छोटे व्यवसायों को मिलेगा ज्यादा फायदा और सुविधा

Latest from News

अमेरिका सरकार बंद होने के कगार पर_ ट्रम्प और कांग्रेस में फंडिंग गतिरोध.

अमेरिका सरकार बंद होने के कगार पर: ट्रम्प और कांग्रेस में फंडिंग गतिरोध

US government shutdown: अमेरिका की सरकार बुधवार सुबह बंद होने की कगार पर है, क्योंकि कांग्रेस के नेताओं और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच

Don't Miss