भारत में आपातकालीन अलर्ट के लिए सरकार ने शुरू किया नया मोबाइल सिस्टम, अब प्राकृतिक आपदा की चेतावनी रियल-टाइम में मोबाइल पर मिलेगी, टेस्टिंग दो से चार हफ्ते चलेगी
Cell Broadcast System: भारत सरकार का दूरसंचार विभाग (DoT) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) मिलकर एक नया मोबाइल अलर्ट सिस्टम तैयार कर रहे हैं, जिससे किसी भी आपदा या इमरजेंसी के समय लोगों को तुरंत चेतावनी दी जा सकेगी। इस सिस्टम को ‘सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम’ (Cell Broadcast System) कहा जा रहा है।
क्या है ‘सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम‘?
‘सेल ब्रॉडकास्ट’ एक ऐसा सिस्टम है, जो एक साथ पूरे इलाके में मौजूद सभी मोबाइल फोनों पर अलर्ट भेज सकता है। यह सिस्टम प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, तूफान, लाइटनिंग, गैस लीक, रासायनिक हादसे या सुनामी जैसी स्थितियों में चेतावनी देने के लिए बनाया गया है।
यह तरीका सामान्य SMS की तुलना में कहीं तेज और ज्यादा प्रभावी है, क्योंकि SMS एक-एक नंबर पर भेजा जाता है, जबकि सेल ब्रॉडकास्ट एक साथ सभी मोबाइल डिवाइस तक पहुंचता है, भले ही वे अलग-अलग नेटवर्क पर क्यों न हों।
कौन विकसित कर रहा है यह सिस्टम?
इस तकनीक को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DOT) द्वारा विकसित किया जा रहा है, जो दूरसंचार विभाग के तहत एक लीडिंग रिसर्च और विकास संस्था है। यह सिस्टम अभी देशभर में टेस्टिंग के दौर में है और लगभग दो से चार हफ्तों तक इसका टेस्ट चलेगा।
लोगों को मिल सकते हैं टेस्ट मैसेज
टेस्टिंग के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को मोबाइल पर अंग्रेजी और हिंदी में टेस्ट मैसेज प्राप्त हो सकते हैं। इन मैसेजों में साफ लिखा होगा कि यह केवल टेस्टिंग के लिए भेजा गया संदेश है और इससे घबराने या किसी प्रकार की प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता नहीं है।
यह मैसेज केवल उन्हीं मोबाइल फोन को मिलेगा, जिनमें सेल ब्रॉडकास्ट टेस्ट चैनल एक्टिव होंगे। कुछ यूजर्स को एक ही मैसेज कई बार भी मिल सकता है क्योंकि टेस्टिंग पूरे मोबाइल नेटवर्क और टावर्स पर हो रही है।
SACHET सिस्टम भी है पहले से मौजूद
NDMA पहले से ही SACHET नामक SMS आधारित चेतावनी सिस्टम चला रहा है, जो भारत के सभी 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में काम कर रहा है। इस सिस्टम के जरिए अब तक 19 से अधिक भारतीय भाषाओं में करीब 6,899 करोड़ SMS अलर्ट भेजे जा चुके हैं।
टेस्टिंग के बाद क्या होगा?
जब सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम की टेस्टिंग पूरी हो जाएगी, तब इसे SACHET के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि देश के सभी मोबाइल यूजर्स को, चाहे उनके फोन में टेस्ट चैनल हो या न हो, समय पर और उनकी भाषा में आपदा की चेतावनी मिल सके।
सरकार की अपील
सरकार ने जनता से अनुरोध किया है कि वे इन टेस्टिंग मैसेज को नजरअंदाज करें और सहयोग करें। ये मैसेज किसी रियल खतरे का संकेत नहीं हैं, बल्कि सिर्फ सिस्टम की जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।