सरकार ने डिजिटल अरेस्ट स्कैम के खिलाफ कार्रवाई की है और हजारों WhatsApp और Skype अकाउंट को ब्लॉक कर दिया है।
WhatsApp Skype Account Block: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यसभा को सूचित किया कि उसके भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने अब तक 3,962 Skype आईडी और 83,668 WhatsApp अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है, जो डिजिटल गिरफ्तारी स्कैम में शामिल हुए थे। वो यहां साइबर अपराधी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारी बनकर लोगों को ठग रहे थे।
सरकार चला रही कॉलर ट्यून
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम सांसद तिरुचि शिवा के सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री संजय बंदी कुमार ने यह जानकारी दी है। इस मामले में मंत्री ने कहा है कि भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र और दूरसंचार विभाग मिलकर साइबर अपराध के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए कॉलर ट्यून अभियान चला रहे हैं। इसमें लोगों को साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और NCRP के बारे में जानकारी दी जा रही है।
इतने करोड़ रुपये हुए रिकवर
सरकार ने CBI, RBI, NCB राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस के नाम पर साइबर अपराधियों द्वारा की जा रही ब्लैकमेलिंग और डिजिटल गिरफ्तारी के मामलों को लेकर भी सतर्कता बढ़ा दी है। मंत्री ने बताया कि अब तक 13.36 लाख शिकायतों में 4,386 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय संपत्ति सुरक्षित की गई है। इसके अलावा, सरकार और TSP ने अंतरराष्ट्रीय स्पूफ कॉल को ब्लॉक करने के लिए एक नई प्रणाली डेवलप की है, जिससे भारतीय नंबरों की आड़ में विदेशों से आने वाली फर्जी कॉल को रोका जा सकेगा। 28 फरवरी 2025 तक 7.81 लाख सिम कार्ड और 2,08,469 IMEI ब्लॉक किए जा चुके हैं।
साइबर सुरक्षा पर जागरूकता अभियान
सरकार सोशल मीडिया, SMS, रेडियो और डिजिटल डिस्प्ले के माध्यम से साइबर सुरक्षा पर जागरूकता अभियान चला रही है। हाल ही में भारतीय और विदेशी एजेंसियों के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान में तेजी लाने के लिए BHARATPOL पोर्टल भी शुरू किया गया है। साइबर अपराधों में डेटा की सुरक्षा के लिए CBI G-7 24/7 नेटवर्क की नोडल एजेंसी के रूप में भी काम कर रही है।