केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने WAVES के तहत आयोजित ‘ग्लोबल मीडिया डायलॉग’ को संबोधित करते हुए देश में AI के नैतिक उपयोग और साझा मानकों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
Union Minister Ashwini Vaishnav: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने AI को लेकर एक अहम बात कही है। उन्होंने कहा कि AI के यूज को लेकर अब एक जैसी अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइंस और स्पष्ट नियमों की सख्त जरूरत है, ताकि इसका नैतिक और सुरक्षित तरीके से यूज हो सके। यह बात उन्होंने मुंबई में चल रहे WAVES के दौरान ‘ग्लोबल मीडिया डायलॉग’ में कही। इस मंच पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन और दुनियाभर के कई प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
वैष्णव ने आगे कहा कि आज की दुनिया में रचनात्मकता, संस्कृति और सहयोग को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है। सरकार की जिम्मेदारी है कि हर व्यक्ति को अपनी बात, अपनी कहानी, दुनिया तक पहुंचाने का मौका मिले। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने देश के लोकल कंटेंट को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन देना चाहिए और साथ ही बौद्धिक संपदा अधिकारों को सख्ती से लागू करना होगा।
सांस्कृतिक विविधताओं को बचाना और बढ़ावा देना जरूरी
केंद्रीय मंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा कि आज के समय में सांस्कृतिक विविधताओं को बचाना और उन्हें बढ़ावा देना बेहद जरूरी हो गया है। उन्होंने बताया कि अलग-अलग संस्कृति ही वो कड़ी है जो लोगों को एक-दूसरे से जोड़ती है, चाहे वह किसी भी देश या सीमा में क्यों न रहते हों। मंत्री ने यह भी बताया कि अब दुनियाभर में स्थानीय कहानियों और सांस्कृतिक विरासत को महत्व दिया जा रहा है। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि अलग-अलग देशों के लोग और उनके बीच के रिश्ते और मजबूत हों।
AI के इस्तेमाल को लेकर गाइडलाइन जरूरी
उन्होंने कहा कि अब सरकार, इंडस्ट्री और कंटेंट क्रिएटर्स के बीच मिलकर काम करना कोई विकल्प नहीं, बल्कि समय की जरूरत बन गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि को-प्रोडक्शन एग्रीमेंट जैसे कदमों को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि अलग-अलग देशों में टैलेंट का आदान-प्रदान आसान हो सके। इसके अलावा, मंत्री ने कहा कि नई तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए साझा फंड, एक जैसे नियम और AI के इस्तेमाल को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन बनाना बेहद जरूरी है।