Alexander Wei ने कहा है कि हमारे लेटेस्ट reasoning LLM ने AI की पुराने चैलेंज को पार कर लिया है। IMO में गोल्ड मेडल लेवल का प्रदर्शन कर के।
OpenAI : OpenAI ने अपने नए एक्सपेरिमेंटल AI मॉडल से पूरी दुनिया को चौंका दिया है। इस AI मॉडल ने इंटरनेशनल मैथमेटिक्स ओलंपियाड (IMO) जैसी प्रतिष्ठित गणित कॉम्पिटिशन में गोल्ड मेडल जीतने जैसा प्रदर्शन किया है। यह कॉम्पिटिशन सबसे कठिन मैथ एग्जाम में से एक है। इसकी जानकारी OpenAI के टेक्निकल स्टाफ Alexander Wei ने X पर दी है। Alexander Wei ने कहा है कि हमारे लेटेस्ट reasoning LLM ने AI की पुराने चैलेंज को पार कर लिया है। IMO में गोल्ड मेडल लेवल का प्रदर्शन कर के।
कब हुई थी IMO की शुरुआत
IMO की शुरुआत 1959 में रोमानिया से हुई थी। इसे दुनिया की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित स्कूली गणित कॉम्पिटिशन माना जाता है। इसमें पार्टिसिपेंट्स को दो दिनों तक साढ़े चार घंटे की कठिन परीक्षा देनी होती है। इसमें मैथ के तीन कठिन प्रोब्लम होते हैं। इस कॉम्पिटिशन में Grigori Perelman और Terence Tao जैसे महान मैथमेटिशियन भी हिस्सा ले चुके हैं।
OpenAI ने हल किया 5 प्रश्न
OpenAI के मॉडल ने इन एग्जामों में भाग लेते हुए छह में से पांच प्रश्न को हल कर दिया। Alexander Wei ने इसे ‘जनरल पर्पज रीइन्फोर्समेंट लर्निंग’ में एक बड़ी सफलता बताया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह मॉडल DeepMind के AlphaGeometry जैसा स्पेशलाइज्ड नहीं है, बल्कि जेनरल सोच-विचार में कैपेबल एक लार्ज लैंग्वेज मॉडल है।
क्या बोले सैम ऑल्टमैन
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने इस मामले में अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा है कि जब हमने OpenAI शुरू किया था, तब यह सिर्फ एक सपना था मगर आज यह एक हकीकत बन गया है। इसके अलवा उन्होंने यह भी साफ किया है कि यह एडवांस्ड मॉडल आम लोगों के लिए अभी कुछ महीनों तक उपलब्ध नहीं होगा।
एक और OpenAI रिसर्चर नोम ब्राउन ने कहा है कि यह मॉडल लंबे समय तक सोचने और फोकस करने में कैपेबल है, जो IMO जैसी कॉम्पिटिशन के लिए बेहद जरूरी है।