OpenAI ने सभी ChatGPT उपयोगकर्ताओं के लिए Deep Research टूल का एक फ्री और हल्का संस्करण लॉन्च किया है, जो काफी मददगार साबित होगा।
Deep Research : OpenAI ने अपने यूजर्स को एक शानदार तोहफा देते हुए Deep Research टूल का हल्का और फ्री वर्जन लॉन्च किया है, जिसे अब ChatGPT के सभी यूजर्स चाहे वो Free हों या Plus, Team या Pro बिना किसी चार्ज के इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या है Deep Research टूल?
Deep Research टूल एक ऐसा AI फीचर है, जो आपके लिए इंटरनेट पर रिसर्च करता है। अगर आप किसी टॉपिक पर डिटेल में जानकारी चाहते हैं, जैसे किसी प्रोडक्ट की तुलना, मार्केट का ट्रेंड या फिर कोई कठिन सवाल तो ये टूल आपके लिए गहराई से रिसर्च करता है और एक साफ-सुथरी रिपोर्ट तैयार करता है। यह टूल ChatGPT के नए o4-mini मॉडल पर बेस्ड है, जो कम संसाधनों में भी तेज और स्मार्ट तरीके से काम करता है। Deep Research 5 से 30 मिनट के बीच में एक रिपोर्ट बनाता है, लेकिन इसमें यूजर को रिसर्च के स्टेप्स और यूज किए गए सोर्सों की इन्फोर्मेशन भी मिलती है।
Deep Research का हल्का वर्ज़न क्या कर सकता है?
OpenAI का नया लाइटवेट Deep Research वर्जन खास उन लोगों के लिए है, जो बिना भारी सिस्टम लोड के स्मार्ट रिसर्च करना चाहते हैं। ये वर्जन इंटरनेट पर सर्च करता है, जानकारी इकट्ठा करता है और उसे सिंपल लेकिन काम की रिपोर्ट में बदल देता है। भले ही इसकी ताकत फुल वर्जन जितनी न हो, लेकिन यह कम समय और रिसोर्स में भी बढ़िया रिजल्ट देता है। इसके जवाब थोड़े छोटे होंगे, लेकिन जरूरी और सटीक जानकारी से भरपूर रहेंगे।
कैसे करें इसका इस्तेमाल?
- ChatGPT में जाएं
- मैसेज लिखने वाले बॉक्स में ऊपर ‘Deep Research’ मोड सलेक्ट करें
- अपना सवाल टाइप करें
- चाहें तो कोई फाइल भी अपलोड करें ताकि रिसर्च और पर्सनलाइज्ड हो सके
OpenAI जल्दी ही इसमें चार्ट्स और डेटा विजुअलाइजेशन जैसे फीचर्स भी जोड़े जाएंगे। जिससे रिपोर्ट को समझना और आसान हो जाएगा और विजुअल तरीके से जानकारी को देख पाना भी मुमकिन होगा।
कितना इस्तेमाल कर सकते हैं?
- OpenAI ने Deep Research के लिए मासिक सीमा तय की है
- Free users: महीने में 5 बार Deep Research का यूज कर सकते हैं
- Plus, Team, Enterprise और Education users: महीने में 25 बार
- Pro users-: महीने में 250 बार यूज कर सकते हैं।
बता दें कि अगर किसी यूजर की लिमिट खत्म हो जाती है, तो ChatGPT अपने-आप हल्के वर्जन पर स्विच हो जाएगा। यानी कि ये नहीं कि रिसर्च रुक जाएगी बस जवाब थोड़े छोटे और सिंपल होंगे। Education और Enterprise यूजर्स को अगले हफ्ते से लाइट वर्जन की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। OpenAI के इस कदम को रिसर्च टूल्स को और अधिक सुलभ और यूजर-फ्रेंडली बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।