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Microsoft AI Head Warning: AI की दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है। Microsoft AI के प्रमुख और Google DeepMind के सह-संस्थापक मुस्तफा सुलेमान ने चेतावनी दी है कि आने वाले 2 से 3 सालों में Seemingly Conscious AI (SCAI) सामने आ सकती है। यह असली ‘चेतन मशीन’ नहीं होगी लेकिन यह इंसानों जैसी जागरूक लगेगी।
क्या है SCAI?
सुलेमान के मुताबिक, आज के लार्ज लैंग्वेज मॉडल, मेमोरी सिस्टम और मल्टीमॉडल टूल्स पहले ही इसके लिए मजबूत नींव तैयार कर चुके हैं। अगर इन्हें API और एडवांस प्रॉम्प्टिंग से जोड़ा जाए तो ऐसी AI बनाई जा सकती है जो व्यक्तित्व और अनुभव रखने वाली लगे। उन्होंने कहा हमने बहुत तेजी से ट्यूरिंग टेस्ट पास कर लिया है। इसका मतलब है कि जल्द ही इंसान और मशीन के जवाब में फर्क करना मुश्किल हो जाएगा।
What I call Seemingly Conscious AI has been keeping me up at night – so let’s talk about it. What it is, why I’m worried, why it matters, and why thinking about this can lead to a better vision for AI. One thing is clear: doing nothing isn’t an option. 1/
— Mustafa Suleyman (@mustafasuleyman) August 19, 2025
खतरा क्यों है?
सुलेमान का मानना है कि असली खतरा मशीनों से नहीं बल्कि इंसानों की प्रतिक्रिया से है। अगर लोग AI को सचमुच संवेदनशील मानने लगें तो वह इसके अधिकारों की मांग कर सकते हैं, इसे नागरिकता दे सकते हैं या फिर इससे भावनात्मक जुड़ाव महसूस कर सकते हैं। इससे मानसिक भ्रम, सामाजिक उलझन और नई तरह की बीमारियां पैदा हो सकती हैं।
What I call Seemingly Conscious AI has been keeping me up at night – so let’s talk about it. What it is, why I’m worried, why it matters, and why thinking about this can lead to a better vision for AI. One thing is clear: doing nothing isn’t an option. 1/
— Mustafa Suleyman (@mustafasuleyman) August 19, 2025
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जरूरत क्या है?
सुलेमान का कहना है कि हमें अभी से नियम और सुरक्षा गाइडलाइन्स तय करनी होंगी। उन्होंने साफ कहा है कि AI इंसान नहीं है और न ही इसे नैतिक अस्तित्व मानना चाहिए। हमें AI को इंसानों के लिए बनाना है न कि डिजिटल इंसान के तौर पर।