Google ने Gmail के लिए एक नया अपग्रेड जारी किया है, जो उपयोगकर्ताओं को महत्वपूर्ण ईमेल आसानी से खोजने में मदद करेगा।
Gmail AI Feature: Google ने Gmail के लिए एक नया अपग्रेड जारी किया है, जो यूजर्स को जरूरी ईमेल्स ढूंढने में मदद करेगा। इस नए फीचर का नाम ‘Most Relevant’ है, जो AI की मदद से काम करता है। अब जब आप Gmail पर कोई ईमेल सर्च करेंगे, तो यह फीचर सबसे जरूरी ईमेल्स को पहले दिखाएगा, न कि सिर्फ पुराने ऑर्डर के हिसाब से। इसका मतलब है कि आपकी जरूरी मेल्स अब भीड़ में गुम नहीं होंगी और आप उन्हें तेजी से पा सकेंगे। Google ने Gmail में Gemini फीचर भी जोड़ा था। यह AI फीचर आपकी ईमेल्स की जानकारी को पढ़कर ऑटोमैटिक कैलेंडर इवेंट्स बना सकता है। इससे आप अपने कामकाज और मीटिंग्स को आसानी से मैनेज कर सकते हैं।
कैसे काम करेगा Most Relevant फीचर?
- AI टेक्नोलॉजी यह पहचानने में मदद करेगी कि आपके लिए कौन-सी ईमेल ज्यादा जरूरी है।
- क्रोनोलॉजिकल ऑर्डर (यानी तारीख के अनुसार) रिजल्ट दिखाने की बजाय, अब Gmail सबसे प्रासंगिक ईमेल को ऊपर लाएगा।
- सर्च रिजल्ट्स को फाइन-ट्यून करने के लिए आप मौजूदा फिल्टर्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
किन यूजर्स को मिलेगा फायदा?
- Google ने बताया कि ये फीचर वेब वर्जन के सभी पर्सनल Gmail यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा।
- Android और iOS ऐप्स पर भी इसे रोलआउट किया जा रहा है।
- बिजनेस अकाउंट्स के लिए भी इसे जल्द ही लाने की योजना है।
आप Gmail में कीवर्ड्स से सर्च करेंगे, तो आपको सर्च रिजल्ट्स पेज पर एक ड्रॉपडाउन मेन्यू दिखाई देगा। इस मेन्यू में आपको दो विकल्प मिलेंगे, जिनमें Most Recent और Most Relevant शामिल होगा। इनमें से आप कोई एक चुनकर रिजल्ट पा सकते हैं। Google का यह नया मोड मशीन लर्निंग और AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है।
इसमें कई फैक्टर्स को ध्यान में रखा जाता है, जैसे:
- रिसेंसी: ईमेल कितनी नई है।
- मोस्ट-क्लिक्ड ईमेल्स: जिन ईमेल्स को आपने पहले ज्यादा बार ओपन किया है।
- फ्रीक्वेंट कॉन्टैक्ट्स: जिन लोगों के साथ आपकी अक्सर बातचीत होती है।
इसका मतलब है कि जिन सेंडर्स और ईमेल्स के साथ आपका ज्यादा इंटरैक्शन रहा है, वे सर्च रिजल्ट्स में सबसे ऊपर आएंगी। इससे आपको जरूरी मेल्स को ढूंढने में समय और मेहनत दोनों बचेंगे।
AI बेस्ड लेकिन जेनरेटिव AI नहीं
Google ने साफ किया है कि यह फीचर AI-ड्रिवन सर्च अल्गोरिदम और NLP मॉडल्स का इस्तेमाल करता है। हालांकि, यह Gmail के Gemini फीचर जैसा नहीं है, क्योंकि इसमें जेनरेटिव AI का उपयोग नहीं किया गया है।