OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने 1 मई को X पर GPT-4 को अलविदा कह दिया। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि GPT-4 ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक नई क्रांति की शुरुआत की थी।
GPT4o Rollback : OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने 1 मई को एक पोस्ट के जरिए GPT-4 मॉडल को बाय-बाय कह दिया है। उन्होंने X पर लिखा अलविदा GPT-4। तुमने एक क्रांति की शुरुआत की। हम तुम्हारे वजन को एक खास हार्ड ड्राइव में सहेज कर भविष्य के इतिहासकारों को देंगे। यानी कि, एक बार फिर से ChatGPT अपने पुराने अंदाज में काम करेगा। कंपनी भविष्य में फिर से अपडेट लाएगी, लेकिन इस बार वो यूजर्स की राय को ज्यादा ध्यान में रखेगी।
क्यों हटाया गया GPT-4 का नया अपडेट?
GPT-4 का लेटेस्ट अपडेट, जिसे GPT-4o भी कहा गया है, लोगों को ज्यादा ही चापलूस और परेशान करने वाला हो गया था। कई यूजर्स ने इसकी शिकायत की थी कि नया अपडेट बहुत ज्यादा मान-मनौव्वल करता है और बातचीत में पहले जैसी सहजता नहीं रही। वहीं, 28 अप्रैल को खुद सैम ऑल्टमैन ने माना था कि ये नया अपडेट थोड़ा ‘कष्टप्रद’ हो गया है, जिसके बाद 30 अप्रैल को उन्होंने साफ कर दिया कि यूजर्स से मिले फीडबैक के आधार पर GPT-4o के लेटेस्ट बदलावों को फिलहाल हटा दिया गया है।
सैम ऑल्टमैन ने आगे कहा कि हमने GPT-4o का नया वर्जन कल रात से वापस लेना शुरू किया था। अभी यह बदलाव फ्री यूजर्स के लिए पूरी तरह से हटा दिया गया है। जल्द ही पेड यूजर्स के लिए भी इसे खत्म कर दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी मॉडल के ‘व्यक्तित्व’ पर काम कर रही है और जल्द ही इससे जुड़ी और जानकारियां शेयर की जाएंगी।
आखिर दिक्कत क्या थी GPT-4o में?
OpenAI ने 29 अप्रैल को Sycophancy in GPT-4o ब्लॉग पोस्ट में इस पूरे मुद्दे को डिटेल से समझाया। इसमें बताया गया कि नया मॉडल यूजर के फीडबैक पर जरूरत से ज्यादा निर्भर हो गया था, जिससे उसका व्यवहार कुछ ज्यादा ही ‘हाँ में हाँ’ मिलाने वाला हो गया था। इसका नतीजा ये हुआ कि चैटबॉट की बातचीत में असलीपन कम हो गया और जवाब बहुत बनावटी लगने लगे। कंपनी ने माना कि यह एक गलती थी और इससे कई यूजर्स को बातचीत के दौरान असहज महसूस हुआ। अब इस समस्या को ठीक करने पर काम हो रहा है, ताकि ChatGPT फिर से संतुलित, विश्वसनीय और सहज लगे।