DeepSeek ने कम लागत में AI मॉडल बनाकर टेक जगत में हलचल मचा दी है। अब एक और चीनी स्टार्टअप के AI मॉडल की चर्चा हो रही है।
Kimi k1.5: DeepSeek के इतने पॉपुलर होने के बाद एक और चीनी कंपनी के AI मॉडल ने अमेरिकी कंपनियों को मुश्किल में डाल दिया है। चीन की स्टार्टअप Moonshot AI के AI मॉडल Kimi k1.5 ने OpenAI के GPT-4o और एंथ्रोपिक के Claude 3.5 सॉनेट मॉडल को कई बेंचमार्क पर पछाड़ दिया है। यह गणित, कोडिंग, टेक्स्ट और विजुअल आदि को समझने में OpenAI-01 को भी टक्कर देने में सफल रहा है। DeepSeek-r1 की तरह इसे बनाने में भी बहुत कम लागत आई है।
सिर्फ AI मॉडल नहीं है Kimi k1.5
Kimi k1.5 सिर्फ एक AI मॉडल नहीं है। इसे रीइन्फोर्समेंट लर्निंग और मल्टीमॉडल रीजनिंग में बड़ी छलांग माना जा रहा है। यह विजुअल डेटा, टेक्स्ट और कोड को मिलाकर किसी भी जटिल समस्या को हल करने में कैपेबल है। इसने कई बेंचमार्क में अमेरिकी कंपनियों के मॉडल को मात दी है। इसे रीइन्फोर्समेंट लर्निंग विधियों का उपयोग करके ट्रेनड किया गया है, जबकि अन्य AI मॉडल स्थिर डेटासेट पर निर्भर करते हैं। यह एक्सप्लोरेशन और परिशोधन द्वारा सीखता है।
कैसे काम करता है यह
यह मॉडल चेन ऑफ थॉट अप्रोच का उपयोग करके काम करता है। यानी कि यह किसी मुश्किल समस्या को छोटे-छोटे चरणों में तोड़ देता है, फिर उन पर रीजनिंग का उपयोग करके उन्हें हल करने की कोशिश करता है। यह टेक्स्ट और इमेज को प्रोसेस कर सकता है, इसलिए इसका उपयोग टेक्स्ट-इमेज एनालिसिस और उन समस्याओं को हल करने के लिए किया जा सकता है, जिनके लिए विजुअल इनपुट की आवश्यकता होती है।
DeepSeek को मिल रही काफी अटेंशन
चीनी स्टार्टअप DeepSeek ने अपने AI मॉडल्स से दुनिया में हलचल मचा दी है। एक हफ्ते के अंदर ही इसने ऐप स्टोर पर मुफ्त ऐप के मामले में OpenAI के ChatGPT को पीछे छोड़ दिया है। इसे बनाने में बहुत कम लागत आई है, जिससे टेक्नोलॉजी जगत हैरान है।