आज के समय में जब हर कुछ डिजिटल हो रहा है और डेटा सुरक्षा एक बड़ी चिंता बन चुकी है, इस तरह की तकनीकें हमें अपनी प्राइवेसी बचाने में मदद कर सकती हैं।
Location Blocked: आजकल जब भी आप किसी वेबसाइट या मोबाइल ऐप का यूज करते हैं, तो अक्सर आपसे लोकेशन की परमिशन मांगी जाती है। हममें से कई लोग इसे जरूरी समझकर ‘Allow’ कर देते होंगे, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी ये मंजूरी आपकी प्राइवेसी के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। आपकी एग्जेट लोकेशन जब किसी कंपनी या व्यक्ति को मिल जाती है, तो वह आपको ट्रैक कर सकता है। बता दें कि यह बहुत ही सेंसेटिव इन्फोर्मेशन होती है, जिसका गलत यूज भी हो सकता है।
इन्हीं खतरों से छुटकारा दिलाने के लिए स्विट्जरलैंड के म्यूनिख तकनीकी विश्वविद्यालय (TUM) के वैज्ञानिकों ने एक नई क्रिप्टोग्राफिक टेक्नोलॉजी तैयार की है। इस टेक्नोलॉजी की खास बात यह है कि यह आपकी सटीक लोकेशन को छिपाकर भी यह साबित कर सकती है कि आप किसी खास इलाके में मौजूद हैं।
क्या है ये तकनीक?
यह तकनीक दो चीजों जीरो नॉलेज प्रूफ और हेक्सागोनल ग्रिड सिस्टम पर आधारित है। जीरो नॉलेज प्रूफ एक ऐसा गणितीय तरीका है, जिससे आप किसी को यह भरोसा दिला सकते हैं कि आप किसी जगह पर मौजूद हैं, बिना उसे असली जगह बताए। हेक्सागोनल ग्रिड सिस्टम एक तरह का नक्शा है, जो किसी शहर या इलाके को छोटे-छोटे षट्कोण यानी हेक्सागन में बांट देता है।
कैसे काम करती है ये तकनीक?
मान लीजिए आप किसी शहर के एक होटल में हैं। ऐसे में जब कोई ऐप आपकी लोकेशन जानना चाहता है, तो ये टेक्नोलॉजी आपके शहर को छोटे-छोटे ग्रिड में बांट देती है। ऐसे में सामने वाले को सिर्फ यह पता चलेगा कि आप शहर के ‘ग्रिड X-123’ में हैं न कि आप किस होटल में बैठे हैं। यह टेक्नोलॉजी इतनी समझदार है कि वह आपकी पहचान और जगह को छिपाकर भी जरूरी जानकारी दे देती है।
कितनी तेज है ये तकनीक?
इस पूरी प्रक्रिया को कंप्यूटर सिर्फ 0.26 सेकंड में पूरा कर लेता है। इसमें फ्लोटिंग पॉइंट नंबर का इस्तेमाल होता है, जो आपकी लोकेशन को बेहद सटीकता से तय करता है, लेकिन उसे बाहर लीक नहीं होने देता।