टेक्नोलॉजी के मामले में भारत तेजी से बढ़ रहा है। टेक इंजस्ट्री ने एक साल में 1.25 लाख लोगों को नई नौकरियां दी हैं।
Indian tech industry: वित्त वर्ष 2024-25 में टेक इंडस्ट्री में वर्करों की संख्या दोगुनी होकर 1.25 लाख नई नौकरियां होंगी। पिछले वित्त वर्ष में यह संख्या सिर्फ 60,000 थी। नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनी की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। वहीं, इस बढ़ोतरी के साथ अब टेक इंडस्ट्री में करीब 58 लाख वर्कर काम करेंगे। भारतीय टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री वित्त वर्ष 2026 में 300 अरब डॉलर का रेवेन्यू हासिल कर सकती है।
यह डेवलपमेंट ऐसे समय में हुआ है जब आईटी उद्योग अमेरिका और यूरोप के बाजारों में मंदी के कारण दबाव से बाहर आ रहा है। आईटी उद्योग में 1.5 साल के बाद मांग में बदलाव देखने को मिल रहा है।
क्या हो सकता है इसका कारण
NASSCOM के अनुसार, इसका सबसे बड़ा कारण AI का बढ़ता यूज है, जिसमें सबसे पहला नाम Agentic AI का आता है। बता दें कि AgenticAI अपने आप फैसले ले सकता है और अपना काम खुद कर सकता है, जिसके कारण बिजनेस मॉडल में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे। वहीं, कंपनियां पहले से और भी ज्यादा स्मार्ट हो जाएंगी।
AI और नई टेक्नोलॉजी का असर
AI को अपनाने से बिजनेस मॉडल में भी बदलाव आ रहे हैं। कंपनियां अधिक कुशल बन रही हैं। GCC टेक्नोलॉजी विकास में इम्पोर्टेंट भूमिका निभा रहे हैं। इनोवेशन के माध्यम से कंपनियां काम करने के पुराने तरीकों को हटाकर बेहतर निर्णय ले रही हैं।
क्या होगा बड़ा बदलाव
टेक इंडस्ट्री में कर्मचारियों के कौशल को अच्छा बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है। कंपनियों ने अपने वर्कर को AI और डिजिटल सेफ्टी की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है, ताकि वह नए समय के हिसाब से तैयार रहें।
भारत सरकार और प्राइवेट कंपनियां मिलकर युवाओं को AI में तैयार करने पर जोर दे रही हैं। डिजिटल सेफ्टी और नई टेक्नोलॉजी पर ध्यान देकर भारत का टेक सेक्टर 2026 तक 300 बिलियन डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।