एलन मस्क ने पीएम मोदी को एक खास तोहफा दिया है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखने के बाद लोग अंदाजा लगाने लगे कि यह तोहफा क्या हो सकता है।
Elon Musk mystery gift: प्रधानमंत्री मोदी 13 फरवरी को वॉशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में एलन मस्क से मुलाकात की। इस दौरान एलन मस्क के साथ उनके तीनों बच्चे भी मौजूद थे। इस मुलाकात को भारत और अमेरिका के बीच तकनीक और व्यापार के लिए इम्पोर्टेंटे माना जा रहा है।
एलन मस्क ने दिया गिफ्ट
इस मुलाकात के दौरान एलन मस्क ने प्रधानमंत्री मोदी को एक खास तोहफा भी दिया है, जो अभी खूब चर्चा में बना हुआ है। इस गिफ्ट को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया है। इस वीडियो को देखने के बाद लोग अंदाजा लगाने कि कोशिश कर रहे हैं कि यह गिफ्ट क्या है।
लोग दे रहे ऐसी प्रतिक्रिया
इस गिफ्ट को देखने के बाद लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा है कि एलन मस्क ने पीएम मोदी को क्या गिफ्ट किया? वहीं, कुछ लोगों ने अनुमान लगाया है कि यह ‘SpaceX Starship लॉन्च के दौरान यूज की जाने वाली Heat shield’ हो सकती है। दूसरे यूजर ने कहा कि यह ‘Heat shield’ हो सकती है, जिसका यूज SpaceX Starship में किया जाता है। अन्य यूजर ने लिखा कि ‘क्या एलन मस्क ने मोदी को Dodgecoin गिफ्ट किया?’
पीएम मोदी ने मस्क के बच्चों के लिए गिफ्ट दिया
एलन मस्क इस मीटिंग में अपने तीनों बच्चों को लेकर आए थे। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा है कि पीएम मोदी अपने बैग में क्या लेकर आए हैं? दो दिन पहले ही उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बच्चों को भारतीय संस्कृति पर आधारित खूबसूरत जिगसं पजल गिफ्ट किए हैं। क्या मस्क के बच्चों के लिए भी कुछ खास होगा?’ हालांकि, इस पर अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है।
पीएम मोदी और एलन मस्क की बीच अहम बातचीत
मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने X पर लिखा है कि एलन मस्क के साथ उनकी मुलाकात बहुत अच्छी रही। इस बातचीत में अंतरिक्ष, मोबिलिटी, तकनीक और इनोवेशन जैसे टॉपिक्स पर चर्चा की। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने मस्क को भारत में हो रहे सुधारों और ‘मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस’ की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में इन्फॉर्म किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मुलाकात में Starlink की भारत में एंट्री पर भी चर्चा हो सकती है।
खास बात यह है कि एलन मस्क ट्रंप प्रशासन के DOGE के प्रमुख भी हैं। इस विभाग का काम फेडरल टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर का आधुनिकीकरण करना और सरकार की दक्षता को अधिकतम करना है।