अब लोग ज्यादातर कामों में AI की मदद लेने लगे हैं। वहीं, कंपनियां भी अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल कर रही हैं।
Artificial Intelligence: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जिस तेजी से पूरी दुनिया में अपनी जगह बना रहा है और जिस तरह से लोग इसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं, उससे ऐसा ही लग रहा है कि अब नौकरियां भी खतरे में आने वाली है। अब लोग ज्यादातर कामों में AI की मदद लेने लगे हैं। वहीं, कंपनियां भी अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल कर रही हैं। ऐसे कई काम हैं जो AI की मदद से जल्दी और समय पर पूरे हो रहे हैं। गोल्डमैन सैक्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनियाभर में AI की वजह से 30 करोड़ नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है।
सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले समय में जनरेटिव AI बहुत क्रांतिकारी साबित होगा। यह इंसानों की तरह कंटेंट तैयार कर सकता है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि आने वाले समय में इंसानों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। कई सेक्टर के लोगों को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि, मेटा AI ने इसका जवाब चौंकाने वाला दिया।
मेटा AI ने क्या दिया जवाब
जब मेटा AI से पूछा गया कि क्या भविष्य में इंसानों की नौकरियां खतरे में हैं? इस पर मेटा AI ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक के विकास ने कई क्षेत्रों में बदलाव लाए हैं, जिसमें कुछ नौकरियों में ऑटोमेशन की संभावना भी शामिल है। हालांकि, यह कहना कि एआई सीधे तौर पर इंसानों की नौकरियां छीन रहा है ये थोड़ा जटिल है।
मेटा AI ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कुछ नौकरियों में बदलाव भी ला रहा है और नए अवसर पैदा कर रहा है। कई क्षेत्रों में AI प्रोडक्टिविटी बढ़ा रहा है और सुविधा में सुधार कर रहा है, लेकिन साथ ही नए स्किल्स की मांग भी बढ़ रही है। कुछ नौकरियां जो दोहराई जाती हैं या मशीनों द्वारा आसानी से की जा सकती हैं, उनमें AI के कारण बदलाव आ सकता है, लेकिन कई अन्य क्षेत्रों में मानवीय स्किल्स और निर्णय लेने की क्षमता की अभी भी आवश्यकता है। इसलिए यह कहना सही होगा कि AI तकनीक के विकास से कार्यबल में बदलाव आ रहा है और नए स्किल्स की मांग बढ़ रही है, जिसके लिए लोगों को अपने कार्य क्षेत्र को अपडेट करने की आवश्यकता है।