Meta Support: Meta अब Facebook और Instagram पर यूजर सपोर्ट को पहले से ज्यादा आसान और सुरक्षित बनाने की कोशिश कर रहा है। कंपनी का कहना है कि आज करोड़ों लोग इन प्लेटफॉर्म्स पर अपनी निजी यादें, बातचीत और रोजमर्रा की कनेक्टिविटी के लिए निर्भर हैं, इसलिए भरोसेमंद सपोर्ट देना उसकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। Meta ने यह भी स्वीकार किया कि पहले सपोर्ट अनुभव उतना बेहतर नहीं था, लेकिन अब AI की मदद से इसे नई दिशा दी जा रही है।
Meta ने Facebook और Instagram पर यूजर सपोर्ट को आसान बनाने के लिए AI आधारित टूल, नया सपोर्ट हब और तेज रिकवरी प्रोसेस शुरू किया है। नए कदम प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा और भरोसा बढ़ाने में मदद करेंगे।
हैकिंग मामलों में 30% से ज्यादा कमी
Meta के अनुसार, पिछले एक साल में सुरक्षा में बड़ा सुधार देखने को मिला है। Facebook और Instagram पर नए अकाउंट हैक होने के मामलों में 30% से ज्यादा गिरावट आई है। जिन अकाउंट्स को हैक कर लिया जाता था, उनकी रिकवरी भी अब पहले से ज्यादा तेज हो गई है। खासकर अमेरिका और कनाडा में रिकवरी सफलता दर 30% से अधिक बढ़ी है।
24/7 सपोर्ट के लिए नया सेंट्रल हब
Meta ने Facebook और Instagram दोनों के लिए एक सिंगल सपोर्ट सेंटर शुरू किया है। अब यूजर किसी भी समस्या को एक ही जगह से रिपोर्ट कर सकते हैं और AI-आधारित सर्च के जरिए तुरंत समाधान पा सकते हैं। यह नया सपोर्ट हब iOS और Android पर धीरे-धीरे पूरी दुनिया में रोलआउट किया जा रहा है। इसके अलावा, Meta एक AI-पावर्ड असिस्टेंट को भी टेस्ट कर रहा है, जो यूजर्स को अकाउंट रिकवरी, प्रोफाइल सेटिंग्स और मैनेजमेंट में तुरंत मदद करेगा। शुरुआत इस फीचर की Facebook से की गई है।
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AI टूल्स से और मजबूत हुई सुरक्षा
Meta अब AI का इस्तेमाल करके फिशिंग, संदिग्ध लॉगिन और हैकिंग जैसे खतरों को तुरंत पहचान सकता है। ये सिस्टम रियल-टाइम में यूजर की एक्टिविटी को ट्रैक करते हैं और किसी भी असामान्य व्यवहार को तुरंत रोक देते हैं। कंपनी ने बताया कि अब गलत तरीके से अकाउंट डिसेबल होने के मामले भी कम हुए हैं और अकाउंट रिकवरी पहले से ज्यादा तेज हो गई है।
Facebook और Instagram दोनों में रिकवरी प्रोसेस को दोबारा डिजाइन किया गया है।
- संदिग्ध गतिविधि की तुरंत चेतावनी मिलती है
- रिकवरी विकल्प अपने आप दिखाई देते हैं
- सिस्टम आपके भरोसेमंद डिवाइस को बेहतर पहचानते हैं
- जरूरत पड़ने पर पहचान के लिए सेल्फी वीडियो भी देना पड़ सकता है
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यूजर्स के लिए जरूरी कदम
मेटा ने यूजर्स को सलाह दी है कि वे समय-समय पर सिक्योरिटी चेकअप जरूर करें। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, Face ID, PIN, या फिंगरप्रिंट लॉगिन का इस्तेमाल करें ताकि अकाउंट ज्यादा सुरक्षित रहे। कंपनी ने यह भी कहा कि 2026 में और नए सुरक्षा टूल और फीचर्स पेश किए जाएंगे।
