Pegasus को पहले उच्च स्तरीय सरकारी संस्थाएं चलाती हैं, लेकिन अब हमलावरों ने शायद Pegasus को सबके लिए ऑपन कर दिया है।
Pegasus spyware: Pegasus का इस्तेमाल करके कई लोगों को ठगी का निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में अब एक नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि Pegasus से अब आम लोग भी सुरक्षित नहीं हैं। iVerify ऐसे वायरस का पता लगाने वाली एक खास कंपनी है। इस सिक्योरिटी फर्म ने हजारों डिवाइस को स्कैन किया है। इसमें कई डिवाइस स्पाइवेयर से संक्रमित मिले हैं। पहले यह स्पाइवेयर चुनिंदा लोगों को निशाना बनाने के लिए चर्चा में था।
आपकी हर एक्टिविटी पर रखेगी नजर
Pegasus को पहले उच्च स्तरीय सरकारी संस्थाएं चलाती हैं, लेकिन अब हमलावरों ने शायद Pegasus को सबके लिए ऑपन कर दिया है। इससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। बता दें कि यह स्पाइवेयर बहुत खतरनाक है। यह चोरी छिपे यूजर के डिवाइस में इंस्टॉल हो सकता है और यूजर की गतिविधि पर नजर रख सकता है।
Pegasus फोन के कैमरे से लेकर मैसेज तक सब कुछ एक्सेस कर सकता है। यह यूजर की हर एक्टिविटी को ट्रैक करने के लिए तैयार रहता है। इसके अलावा यह अब Android और iPhone दोनों ही फोन इस स्पाइवेयर से सुरक्षित नहीं हैं। इसके अलावा आप अपने डिवाइस पर इस स्पाइवेयर की मौजूदगी का आसानी से पता नहीं लगा सकते।
मिले कई सबूत
सिक्योरिटी फर्म ने अपने नए सिक्योरिटी टूल से करीब 2,500 डिवाइस का टेस्ट किया है। अपने टेस्ट में फर्म ने पाया कि सात में Pegasus के जरिए संक्रमित होने के संकेत मिले थे। इनमें से कुछ 2021 तक के थे। वहीं, पिछले कुछ सालों में स्पाइवेयर को लेकर कई रिपोर्ट्स आई हैं, लेकिन फिर भी यह सभी तक नहीं पहुंच पाया।
Pegasus को हाई लेवल स्पाइवेयर माना जाता है। अब जब इससे आम लोगों को निशाना बनाने की खबर आ रही है तो लोगों का काफी चिंता हो रही है। सरकार के लिए भी इससे निपटना बड़ी चुनौती होने जा रही है। इस वजह से यूजर्स को अपनी सुरक्षा के लिए ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।