Amazon Scam Awareness: भारत में डिजिटल पेमेंट के तेजी से बढ़ते उपयोग के साथ साइबर अपराध भी बढ़ रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 के पहले 10 महीनों में देश में साइबर ठगी के कारण लोगों को 4,245 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ। इस दौरान डिजिटल पेमेंट फ्रॉड के करीब 24 लाख मामले सामने आए।
भारत में साइबर ठगी से 4,245 करोड़ से ज्यादा का नुकसान, Amazon और I4C ने Scam Free September अभियान शुरू किया। जानें कैसे आप सुरक्षित रह सकते हैं।
UPI बना सबसे बड़ा निशाना
UPI भारत की पेमेंट क्रांति की रीढ़ है लेकिन अब यह साइबर ठगों का पसंदीदा माध्यम बन चुका है। FY24 में सिर्फ UPI से जुड़ी ठगी में 13.4 लाख मामलों में कुल 1,087 करोड़ का नुकसान हुआ।
Amazon और I4C की साझेदारी
इस गंभीर समस्या को देखते हुए Amazon India ने गृह मंत्रालय के Indian Cybercrime Coordination Centre (I4C) के साथ मिलकर Scam Free September अभियान शुरू किया है। इसका उद्देश्य छात्रों, नए ऑनलाइन खरीदारों और परिवारों को साइबर ठगी से बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करना है।
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बैंकिंग फ्रॉड में भी इजाफा
बैंकिंग से जुड़े साइबर अपराधों में भी बड़ी वृद्धि हुई है। FY23 में 421 करोड़ के मामले सामने आए थे जो FY24 में बढ़कर अब 2,054 करोड़ हो गए। एकस्पर्ट का कहना है कि इससे युवा सबसे ज्यादा जोखिम में हैं। धोखेबाज ब्रांड्स या ई-कॉमर्स का नाम लेकर इन्हें झांसा देते हैं।
Amazon के सुरक्षा टिप्स
Amazon ने साफ किया है कि वह कभी फोन या ईमेल पर भुगतान, गिफ्ट कार्ड या सॉफ्टवेयर इंस्टॉलेशन की मांग नहीं करता। संदिग्ध संदेश ऐप पर रिपोर्ट किए जा सकते हैं या फिर stop-spoofing@amazon.com
पर भेजे जा सकते हैं।
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साइबर सुरक्षा की जरूरत
जागरूकता अभियान, सरकारी कदम और RBI के नियम मिलकर साइबर अपराध पर रोक लगा सकते हैं। त्योहारों के मौसम में Amazon और I4C की यह पहल समय की मांग है जो सुरक्षा और सतर्कता का संदेश देती है।