Google AI: पिछले महीने Google के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रोडक्ट्स पर काम कर रहे 200 से अधिक कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स को बिना किसी चेतावनी के नौकरी से हटा दिया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, कई कर्मचारियों का डर है कि उन्होंने जिन AI सिस्टम्स को प्रशिक्षित किया, वही अंततः उनकी नौकरी लेने वाले हैं।
Google AI प्रोजेक्ट में 200 से अधिक कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स बिना चेतावनी के निकाले गए, कर्मचारियों में गुस्सा और नौकरी सुरक्षा पर सवाल।
ये वर्कर्स, जिन्हें “रेटर्स” कहा जाता है, Google के AI सिस्टम्स जैसे Gemini और AI Overviews को सुधारने में अहम भूमिका निभाते हैं। वे प्रतिक्रियाओं को रेटिंग, री-राइट और टेस्ट करने का काम करते हैं। WIRED की रिपोर्ट में बताया गया कि Google यह काम GlobalLogic जैसी कंपनियों के माध्यम से आउटसोर्स करता है, और इन्हीं में सबसे ज्यादा वर्कर्स प्रभावित हुए।
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कुछ कर्मचारियों का कहना है कि छंटनी उनके वेतन, नौकरी की सुरक्षा और काम की परिस्थितियों पर सवाल उठाने से जुड़ी हुई है। Andrew Lauzon ने बताया, “मुझे अचानक निकाल दिया गया। जब मैंने वजह पूछी, तो कहा गया कि प्रोजेक्ट का रैम्प-डाउन—जो भी इसका मतलब है।” अन्य कर्मचारियों ने भी चिंता जताई कि उन्हें अपने ही काम को बदलने वाले AI सिस्टम्स के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
Google ने 2023 में “सुपर रेटर्स” टीम बनाई, जिसमें लेखकों, शिक्षकों और क्रिएटिव फील्ड के विशेषज्ञ शामिल थे। GlobalLogic ने इस प्रोग्राम के विस्तार के लिए लगभग 2,000 सुपर रेटर्स को हायर किया। हालांकि, तेज़ भर्ती की वजह से कंपनी ने थर्ड-पार्टी कॉन्ट्रैक्टर्स पर भरोसा करना शुरू कर दिया। इन कॉन्ट्रैक्टर्स को सीधे हायर किए गए वर्कर्स की तुलना में कम वेतन दिया गया, जबकि जिम्मेदारी वही थी।
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Google की ओर से कहा गया कि छंटनी GlobalLogic और उनके सबकॉन्ट्रैक्टर्स के कर्मचारियों पर लागू होती है, Alphabet (Google) की जिम्मेदारी नहीं है। वहीं GlobalLogic ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।
इस घटना ने टेक उद्योग में कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स की असुरक्षा और AI सिस्टम्स द्वारा नौकरियों पर खतरे जैसे सवाल फिर से उठाए हैं।