Hike shutdown 2025: भारत की कभी मशहूर रही मैसेजिंग ऐप Hike अब पूरी तरह बंद हो रही है। कंपनी के संस्थापक कविन भारती मित्तल ने 13 सितंबर को एक ब्लॉग पोस्ट में इस फैसले का ऐलान किया है। यह कदम भारत सरकार के नए ‘ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन और विनियमन अधिनियम 2025’ के बाद उठाया है, जिसके तहत देश में सभी रियल-मनी गेम्स पर बैन लगा दिया गया है।
कभी Whatsappकी टक्कर मानी जाने वाली Hike ऐप अब बंद हो गई है। 13 साल के सफर में कंपनी ने मैसेजिंग से लेकर गेमिंग तक का सफर तय किया।
मैसेजिंग से गेमिंग तक
Hike की शुरुआत 2012 में एक यूथ फोकस्ड मैसेजिंग ऐप के रूप में हुई थी। लॉन्च के कुछ ही सालों में यह युवाओं के बीच लोकप्रिय हो गई और 2016 तक इसने यूनिकॉर्न स्टेटस हासिल कर लिया। उस समय इसे SoftBank, Tiger Global और Tencent जैसे बड़े इन्वेस्टरों का समर्थन भी मिला लेकिन Whatsapp की लोकप्रियता के आगे यह टिक नहीं पाई और 2021 में कंपनी ने मैसेजिंग सर्विस को बंद कर दिया।
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इसके बाद Hike ने अपना रास्ता बदला और 2022 में Rush नाम का गेमिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। इसमें यूजर्स लूडो, कैरम जैसे छोटे-छोटे गेम खेलकर कैश प्राइज जीत सकते थे। Rush ने कम समय में ही 10 मिलियन से ज्यादा यूजर्स जोड़ लिए और लगभग 500 मिलियन डॉलर की कमाई भी की।
नया कानून बना रुकावट
कविन मित्तल ने साफ कहा कि RMG उनका अंतिम लक्ष्य नहीं था बल्कि यह सिर्फ एक प्रयोग था लेकिन भारत में लागू हुए नए कानून ने आगे बढ़ने का कोई मौका नहीं छोड़ा, जिससे Hike को बंद करने का कठिन फैसला लेना पड़ा।
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सीख और आगे की राह
मित्तल ने बताया कि अमेरिका में Hike का बिजनेस अच्छा चल रहा था लेकिन ग्लोबल लेवल पर इसे विस्तार देने के लिए बहुत बड़ी पूंजी और लंबा समय चाहिए। उन्होंने नए उद्यमियों को सलाह दी कि वे ऐसे मार्केट से बचें जहां Winner Takes All का दबदबा हो और साथ ही नई टेक्नोलॉजी साइकल्स के लिए तैयार रहें। उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि आने वाले वक्त में गेमिंग और Web3 के लिए Nation type मॉडल विकसित होगा और AI तथा ऊर्जा क्षेत्र में बड़े अवसर सामने आएंगे।