महाराष्ट्र चुनाव के बीच एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी ने दो राजनेताओं पर आरोप लगाया है। हालांकि, यह मामला लगभग छह वर्ष पुराना है।
Maharashtra elections : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बीच दो प्रमुख राजनीतिक दलों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इन आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने मीडिया के सामने ऑडियो क्लिप पेश की है, जिससे पता चलता है कि राज्य में कांग्रेस इकाई और उसकी सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी इस घोटाले में शामिल हैं।
Bitcoins के बदले की थी नकदी की मांग
रिटायर्ड पुलिस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पर cryptocurrency से जुड़े धोखाधड़ी मामले में शामिल होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि सुप्रिया ने Bitcoins के बदले नकदी की मांग की थी। हालांकि, यह मामला करीब छह साल पुराना है। पार्टी ने कहा कि इस घोटाले से मिले पैसे का इस्तेमाल विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए किया गया है। हालांकि, इस मामले में सुप्रिया सुले ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है। उन्होंने इसे चुनाव से पहले गलत जानकारी फैलाकर मतदाताओं को भ्रमित करने की चाल बताया है।
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दावा किया कि इससे विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी का मुखौटा उजागर हो गया है। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस और सुप्रिया से इस मामले में जवाब मांगा है। सुप्रिया महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा सीट से सांसद हैं।
सुप्रिया सुले ने कहा- सभी आरोप झूठे हैं
सुप्रिया ने कहा कि सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाए हैं और मुझसे सवाल पूछे हैं और ये सभी आरोप झूठे हैं। मैं उनके साथ किसी भी सार्वजनिक मंच पर बैठने के लिए तैयार हूं। मैंने इस संबंध में साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई है। बिटकॉइन के किसी भी हस्तांतरण से मेरा कोई संबंध नहीं है। मैं हैरान हूं कि चुनाव इस स्तर तक गिर गया है। यह भाजपा की हताशा को दर्शाता है।
इस मामले में आरोप लगाने वाले पाटिल ने पुलिस की नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। राज्य की पुणे पुलिस ने उन्हें और साइबर विशेषज्ञ पंकज घोडे को करीब छह साल पहले दर्ज क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कुछ मामलों की जांच के लिए नियुक्त किया था। पुलिस ने आरोप लगाया था कि जांच के दौरान पाटिल ने कुछ क्रिप्टोकरेंसी अपने खाते में ट्रांसफर की थीं। हालांकि, पाटिल ने पत्रकारों से कहा था कि उन्हें फंसाया गया है।