I’m Not a Robot पर क्लिक करते ही कैसे पकड़ता है सिस्टम कि आप इंसान हैं?

6 mins read
40 views
computer
June 9, 2025

I’m Not a Robot सिर्फ एक बॉक्स नहीं, बल्कि आपकी ऑनलाइन सेफ्टी का एक जरूरी हिस्सा है। यह आपके हर एक्शन को बारीकी से देखता है और तय करता है कि आप वाकई एक इंसान हैं या नहीं।

I’m Not a Robot: कभी आपने किसी वेबसाइट पर जाते वक्त देखा है कि वहां एक छोटा सा बॉक्स होता है जिस पर लिखा होता है ‘I’m Not a Robot’। जैसे ही आप उस बॉक्स पर क्लिक करते हैं, वेबसाइट खुल जाती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ एक क्लिक से वेबसाइट को कैसे पता चल जाता है कि सामने इंसान है, कोई मशीन या बॉट नहीं? इस सवाल का जवाब जानना दिलचस्प ही नहीं, बल्कि बेहद जरूरी भी है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

क्या होता है CAPTCHA?

यह एक सिक्योरिटी सिस्टम होता है जिसे CAPTCHA कहते हैं। CAPTCHA का पूरा नाम है Completely Automated Public Turing test to tell Computers and Humans Apart। यानी कि ऐसा टेस्ट जो इंसान और कंप्यूटर में फर्क कर सके। यह वेबसाइट को यह तय करने में मदद करता है कि जो यूजर साइट पर आया है, वह असली इंसान है या कोई ऑटोमेटेड बॉट जो फर्जी तरीके से डेटा चुराने या सिस्टम को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकता है।

क्लिक करने से पहले ही हो जाती है जांच

आपको लगता होगा कि आपने तो सिर्फ एक बॉक्स पर क्लिक किया, लेकिन असल में जब आप साइट पर आते हैं, तभी से आपकी हरकतें रिकॉर्ड होनी शुरू हो जाती हैं। जैसे कि, आपने माउस कैसे मूव किया?,  कितनी देर में क्लिक किया? और स्क्रीन पर स्क्रॉल कैसे किया?। एक इंसान की इन हरकतों में थोड़ी अनियमितता होती है, लेकिन बॉट्स यानी कंप्यूटर प्रोग्राम एकदम सीधी, सटीक और बिना रुके हरकत करते हैं। सिस्टम इसी से समझ लेता है कि सामने कौन है।

आपकी डिवाइस भी देती है सुराग

सिर्फ माउस मूवमेंट से ही नहीं, सिस्टम आपकी डिवाइस से जुड़ी जानकारी से भी जांच करता है। इसे कहते हैं ब्राउजर फिंगरप्रिंटिंग। इसमें चेक किया जाता है कि

  • आप किस लोकेशन से वेबसाइट चला रहे हैं
  • आपकी स्क्रीन का साइज क्या है
  • ब्राउजर का कौन-सा वर्जन है
  • टाइम जोन क्या है
  • आपके ब्राउजर में कौन-कौन से एक्सटेंशन इंस्टॉल हैं

अगर ये सारी जानकारी आम यूजर जैसी लगती है, तो आपको कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन अगर कुछ भी शक के लायक लगता है, जैसे VPN का इस्तेमाल या हेडलेस ब्राउजर, तो सिस्टम आपको एक Visual टेस्ट देने लगता है।

Visual Challenge क्या होता है?

अगर सिस्टम को पूरा भरोसा नहीं होता कि आप इंसान हैं, तो वह आपको एक चैलेंज देता है। जैसे कि

  • ट्रैफिक लाइट चुनिए
  • साइकिल वाली फोटो पर क्लिक कीजिए
  • फुटपाथ या ब्रिज को पहचानिए

ये टास्क इंसानों के लिए तो आसान होते हैं, लेकिन बॉट्स के लिए मुश्किल।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

सावधान! Amazon की नई टेक्नोलॉजी बताएगी चोरी या छेड़छाड़ का सच
Previous Story

सावधान! Amazon की नई टेक्नोलॉजी बताएगी चोरी या छेड़छाड़ का सच

WWDC 2025: इस बार iOS 26, iPhone 17 Air और AI फीचर्स की झलक
Next Story

WWDC 2025: इस बार iOS 26, iPhone 17 Air और AI फीचर्स की झलक

Latest from Robotics

Don't Miss