जब हम मर जाते हैं तो हमारे सोशल मीडिया अकाउंट्स का क्या होता है, क्या सोशल मीडिया भी हमारे साथ ही खत्म हो जाते हैं या फिर अनगिनत यादों के रूप में रह जाते
Social Media Accounts: आजकल पूरी दुनिया डिजिटल हो गई है। लोग दूर रहते हुए भी बड़े आसानी से अब डिजिटली जुड़ सकते हैं। फेसबुक पर शेयर की गई तस्वीरें, इंस्टाग्राम रील्स, ट्विटर डिबेट और वॉट्सऐप मैसेज ये हमारी डिजिटल दुनिया का अहम हिस्सा बन गया है। इन सबके बीच क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम मर जाते हैं तो हमारे सोशल मीडिया अकाउंट्स का क्या होता है, क्या सोशल मीडिया भी हमारे साथ ही खत्म हो जाते हैं या फिर अनगिनत यादों के रूप में रह जाते हैं?
लंबे समय तक एक्टिव नहीं रहने पर होता है ये
Google या किसी भी दूसरी कंपनी के पास ऐसा कोई टूल नहीं है, जिसके जरिए किसी की मौत की जानकारी तुरंत मिल जाए। मान लिजिए अगर कोई Google अकाउंट लंबे समय तक एक्टिव नहीं रहता है, तो ऐसे अकाउंट को इनएक्टिव अकाउंट की कैटेगरी में भेज दिया जाता है। यानी कि Google मान लेता है कि इस अकाउंट का मालिक इस दुनिया में नहीं है, लेकिन Google यह सुविधा भी देता है कि मृत्यु के बाद किसी के डिजिटल डेटा पर उसका अधिकार रहेगा।
यहां चैक कर सकते हैं डिटेल
Google के पास एक ऐसा फीचर है, जिसके जरिए आप अपनी मौत के बाद आपका डेटा कौन हैंडल करेगा और जीमेल आदि को कौन एक्सेस करेगा यह तय कर सकते हैं। बता दें कि Google के इस फीचर को आप myaccount.google.com/inactive पर जाकर एक्सेस कर सकते हैं। आप इसके लिए अधिकतम 18 महीने का समय तय कर सकते हैं, यानी कि अगर 18 महीने तक आपका अकाउंट एक्सेस नहीं होता है, तो जिस व्यक्ति के साथ आपने पासवर्ड शेयर किया है। वह myaccount.google.com/inactive के जरिए आपके अकाउंट को एक्सेस कर सकेगा।
इस लिंक को ओपन करके आपको उस व्यक्ति का ईमेल आईडी, फोन नंबर आदि डालना होगा, जिसे आप अपना अकाउंट सौंपना चाहते हैं। गूगल वसीयत के तौर पर 10 लोगों के नाम जोड़ने का विकल्प देता है।