ट्रंप और मस्क के बीच अनबन के बावजूद Starlink की सेवा जारी रहेगी और Tesla भी अपनी अलग पहचान बनाए रखेगी
Trump and Musk: डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क इन दिनों सुर्खियों में हैं क्योंकि दोनों के बीच जुबानी जंग चल रही है। हाल ही में दोनों के कुछ बयान सामने आए हैं, जिनसे पता चलता है कि दोनों के बीच संबंध पहले जैसे नहीं रहे। अब सवाल उठ रहा है कि क्या इस अनबन का असर एलन मस्क की कंपनी Tesla और Starlink पर पड़ेगा?
ट्रंप का Starlink पर बयान
एक रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने अपने एक हालिया बयान में कहा कि उन्होंने अपनी Tesla कार बेच दी है। यानी कि वह अब Tesla का समर्थन नहीं कर रहे हैं, लेकिन जब बात Starlink की आई, तो उनका रुख थोड़ा नरम नजर आया। ट्रंप ने साफ कहा कि वह व्हाइट हाउस में Starlink की सेवाएं बंद नहीं करेंगे, क्योंकि ये एक अच्छी और जरूरी सेवा है।
Starlink क्या है और कैसे काम करता है?
Starlink , एलन मस्क की कंपनी SpaceX की एक प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट सेवा प्रदान करती है। यह खासतौर पर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जहां इंटरनेट ब्रॉडबैंड सेवा नहीं पहुंच पाती। Starlink ने अब तक करीब 3,000 से अधिक सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजे हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि वह कुल 30,000 सैटेलाइट लो-अर्थ ऑर्बिट में भेजे, ताकि हर कोने में इंटरनेट सेवा उपलब्ध हो सके।
इस सेवा का लाभ लेने के लिए ग्राहकों को एक Starlink किट खरीदनी होती है, जिसमें एक डिश, राउटर और जरूरी केबल्स होते हैं। यह डिश आसमान में मौजूद सैटेलाइट्स से सिग्नल पकड़ती है और उसे राउटर तक भेजती है, जिससे ग्राहक को तेज इंटरनेट मिलता है।
भारत में भी पहुंचेगा Starlink
भारत सरकार ने भी Starlink को देश में इंटरनेट सेवा शुरू करने की मंजूरी दे दी है। इसका मतलब है कि जल्द ही भारत के दूर-दराज और ग्रामीण इलाकों में भी तेज सैटेलाइट इंटरनेट की सुविधा मिल सकेगी। इससे डिजिटल इंडिया अभियान को भी नई गति मिलेगी।
क्या अनबन से कंपनियों को होगा नुकसान?
Tesla का जहां तक सवाल है, एलन मस्क और ट्रंप के बीच की खटपट से यह ब्रांड थोड़ा प्रभावित हो सकता है। खासकर अमेरिका में ट्रंप समर्थक वर्ग Tesla से दूरी बना सकता है, लेकिन Starlink जैसी सेवा, जो ग्रामीण और जरूरतमंद इलाकों के लिए इंटरनेट की लाइफलाइन है, उस पर इसका असर नहीं पड़ेगा।