OpenAI vs xAI : एलन मस्क और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की जंग

6 mins read
303 views
October 3, 2025

OpenAI vs xAI : AI  की दुनिया में एलन मस्क और OpenAI के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में मस्क की कंपनी xAI ने OpenAI पर मुकदमा दायर किया है। कंपनी ने आरोप लगाया है कि OpenAI ने कर्मचारियों को लुभाकर अपनी ओर खींचा और इस दौरान कंपनी के ट्रेड सीक्रेट्स चुराए, लेकिन OpenAI ने कोर्ट में दाखिल अपने जवाब में इन सभी आरोपों को पूरी तरह झूठा और बेबुनियाद करार दिया है।

Openai और एलन मस्क की कंपनी xAI के बीच टैलेंट वॉर और Grok तकनीक को लेकर मुकदमेबाजी जारी है। OpenAI का दावा है कि xAI अपने कर्मचारी खो रहा है और ध्यान भटकाने के लिए केस कर रहा है।

कंपनी ने संघीय जज से अपील की है कि यह केस खारिज कर दिया जाए। OpenAI का कहना है कि मस्क की कंपनी में से कई टैलेंटेड लोग खुद नौकरी छोड़ रहे हैं और उनमें से कुछ हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं। हर कर्मचारी को यह अधिकार है कि वह अपने भविष्य का चुनाव करे और हमें भी उन्हें हायर करने का अधिकार है।

READ MORE: मेरे हाथ में होता तो कब का…. xAI में निवेश पर बोले Elon Musk

Grok और टैलेंट वॉर

xAI का आरोप है कि OpenAI ने जानबूझकर उसके कर्मचारियों को हायर किया ताकि उसके चैटबॉट Grok की तकनीकी जानकारी हासिल की जा सके। xAI का दावा है कि Grok, OpenAI के ChatGPT से भी ज्यादा एडवांस्ड है।

यह मुकदमा ऐसे समय में आया है जब सिलिकॉन वैली में टैलेंट और मार्केट शेयर को लेकर जबरदस्त कॉम्पीटिशन चल रही है।

क्या है पुराना विवाद

यह मामला एलन मस्क और OpenAI के बीच चल रही लंबी कानूनी लड़ाई का हिस्सा है। मस्क पहले ही कंपनी पर मुकदमा कर चुके हैं क्योंकि उसने खुद को गैर-लाभकारी से लाभकारी संस्था में बदल दिया है। जवाब में OpenAI ने भी मस्क पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए काउंटरसूट किया है।

रिश्तों में खटास

OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने एक इंटरव्यू में एलन मस्क को ‘मानवता के लिए नायाब हीरो’ कहा, लेकिन यह भी माना कि समय के साथ उनका रिश्ता बिगड़ गया है। मस्क ने तो यहां तक कह दिया कि OpenAI को ClosedAI नाम दे देना चाहिए।

READ MORE: Elon Musk को झटका! OpenAI ने अपने खेमे में शामिल किया xAI का पूर्व CFO

xAI बनाम Apple

xAI ने Appleपर भी मुकदमा किया है, आरोप लगाते हुए कि उसने OpenAI के साथ मिलकर प्रतिद्वंद्वी प्लेटफॉर्म्स को दबाने की साजिश की। हालांकि, Apple और OpenAI दोनों ही कंपनियों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और केस खारिज करने की मांग की।

OpenAI का कहना है कि असलियत यह है कि xAI अपनी प्रतिभाएं खो रहा है और ध्यान भटकाने के लिए ऐसे केस दर्ज कर रहा है। यह जंग अब सिर्फ कारोबार की नहीं, बल्कि निजी और कानूनी टकराव का रूप ले चुकी है।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

Ripple का RLUSD स्टेबलकॉइन: ग्लोबल और अफ्रीकी बाजार में विस्तार

TRAI-का-डिजिटल-रेडियो-प्लान
Next Story

TRAI का डिजिटल रेडियो प्लान: 13 शहरों में शुरू होगी डिजिटल लहर

Latest from Tech News

Hyper Foundation ने 3.75 करोड़ HYPE टोकन को स्थायी रूप से किया बर्न

Hyper Foundation ने 3.75 करोड़ HYPE टोकन को स्थायी रूप से किया बर्न

Hyper Foundation: Hyper Foundation ने आधिकारिक तौर पर 37.5 मिलियन HYPE टोकन को हमेशा के लिए बर्न किए जाने की घोषणा की है। यह फैसला stake weighted गवर्नेंस वोटिंग के बाद लिया गया हैं, जिसमें 85% प्रतिभागियों ने इस प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया। इन टोकन की कुल वैल्यू करीब 912 मिलियन डॉलर बताई जा रही है। ये सभी टोकन एक खास सिस्टम एड्रेस 0xfefefefefefefefefefefefefefefefefefefefe पर रखे गए हैं। इस एड्रेस की सबसे अहम बात यह है कि इसका कोई प्राइवेट एड्रेस नहीं है।  Hyper Foundation ने 3.75 करोड़ HYPE टोकन को स्थायी रूप से बर्न कर दिया है, जानिए यह फैसला क्यों लिया गया, इससे सप्लाई, कीमत और निवेशकों पर क्या असर पड़ सकता है।  Assistance Fund से आए थे ये टोकन  यह HYPE टोकन Assistance Fund में जमा हुए थे। यह फंड Hyperliquid के Layer-1 perpetual futures Blockchain पर स्पॉट ट्रेडिंग फीस का एक हिस्सा लेकर उसे HYPE टोकन में बदलता है। अब इन टोकन को इस बर्न जैसे एड्रेस पर भेज दिया गया है, जिससे बिना किसी फोर्क के इन्हें सर्कुलेशन से पूरी तरह बाहर कर दिया गया है।  कम्युनिटी की प्रतिक्रिया  इस फैसले के बाद कम्युनिटी से ज्यादातर पॉजिटिव रिएक्शन सामने आए हैं। X पर एक यूजर ने लिखा कि सप्लाई घटाने का यह कदम लंबे समय में टोकनॉमिक्स को मजबूत बनाएगा। हालांकि, कुछ लोगों ने चिंता भी जताई है। उनका कहना है कि इससे HLP सेफ्टी फंड पर दबाव बढ़ सकता है और गवर्नेंस वोटिंग में सेंट्रलाइजेशन का खतरा भी नजर आता है।  HYPE in the Assistance Fund system address of 0xfefefefefefefefefefefefefefefefefefefefe has
Vi-के-लिए-सैटेलाइट-नेटवर्क-तैयार.jpg

जहां नेटवर्क नहीं, वहां भी बजेगा फोन! Vi के लिए सैटेलाइट नेटवर्क तैयार

BlueBird Block-2: भारत में मोबाइल कनेक्टिविटी को लेकर एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ISRO द्वारा AST SpaceMobile के

Don't Miss