एलन मस्क का दावा, 5 साल में इंसानों से बेहतर करेंगे ऑपरेशन

6 mins read
65 views
Neuralink
April 29, 2025

Tesla और SpaceX के CEO एलन मस्क ने कहा है कि अगले 5 सालों में रोबोट सर्जरी के क्षेत्र में सबसे अच्छे सर्जनों से भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

Elon Musk: रोबोटिक्स कंपनियां अब हर क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने पर अपना पूरा जोर दे रही हैं। अब मेडिकल फील्ड भी इससे अछूता नहीं रहा। मशहूर अरबपति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने दावा किया है कि आने वाले पांच सालों में रोबोट्स सबसे बेहतरीन सर्जनों को भी पीछे छोड़ देंगे। एलन मस्क की कंपनी Neuralink, जो ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस पर काम कर रही है, पहले से ही मस्तिष्क में इलेक्ट्रोड्स लगाने के लिए रोबोट्स का यूज कर रही है। मस्क ने X पर कहा कि इतनी बारीकी और सटीकता से काम करना इंसानों के लिए पॉसिबल नहीं था, इसलिए यह काम रोबोट्स कर रहे हैं।

इंसानों के ल‍िए जो काम असंभव, रोबोट कर के द‍िखाएगा

एलन मस्क ने यह भी कहा कि जो काम आज इंसानों के लिए नामुमकिन है, उसे रोबोट्स आसानी से कर सकते हैं। उन्होंने यह बात एक सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में कही, जिसमें एक दूसरी कंपनी मेडट्रॉनिक द्वारा मेडिकल रोबोटिक्स में हालिया उपलब्धि का जिक्र किया गया था। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में मेडिकल क्षेत्र में इंसानी सर्जनों और रोबोट्स के बीच कैसे तालमेल बनता है।

अब रोबोट्स सिर्फ फैक्ट्रियों में ही नहीं, बल्कि अस्पतालों में भी तेजी से अपनी जगह बना रहे हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया है कि मेडिकल डिवाइस कंपनी Medtronic ने अपने Hugo रोबोटिक सिस्टम की मदद से 137 सर्जरी सक्सेसफुल पूरी की हैं। ये सर्जरी प्रोस्टेट, किडनी और ब्लैडर से जुड़ी बीमारियों की थीं और इनमें 98% से ज्यादा सफलता दर देखने को मिली।

जोखिम कम

इस टेक्नोलॉजी से न सिर्फ सर्जरी के नतीजे बेहतर हुए, बल्कि मरीजों को होने वाले जोखिम भी कम हो गए। जैसे कि  प्रोस्टेट सर्जरी में सिर्फ 3.7%, किडनी सर्जरी में 1.9% और ब्लैडर सर्जरी में 17.9% ही कठिनाइयां आईं। 137 में से केवल दो मामलों में ही सर्जरी को पारंपरिक तरीकों से करना पड़ा, जिनमें एक रोबोट में आई खराबी के कारण और दूसरा मामला काफी कठिन मरीज का था।

वहीं, एलन मस्क की कंपनी Neuralink भी मेडिकल फील्ड में नई क्रांति लाने की तैयारी में है। मस्क की यह ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस कंपनी ऐसे डिवाइस बना रही है, जो लकवा या सीरियस न्यूरोलॉजिकल बीमारी से जूझ रहे मरीजों की मदद कर सकें। अब तक तीन लोगों को सक्सेफुल Neuralink ब्रेन इम्प्लांट लगाया जा चुका है।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

iPhone 6 Plus
Previous Story

iPhone 5s, 6 और 6 Plus यूजर इस दिन से नहीं चला सकेंगे WhatsApp

cyber police
Next Story

AI बना ठगों का नया हथियार! जानिए क्या है AI Voice Scam

Latest from Robotics

Don't Miss