Android Safety: डिजिटल बैंकिंग के दौर में कॉल के जरिए होने वाली ठगी सबसे तेज़ी से बढ़ती चुनौतियों में से एक है। कभी स्कैमर खुद को बैंक प्रतिनिधि बताकर यूजर्स से स्क्रीन शेयर करने या किसी ऐप को ओपन करने के लिए कहते हैं और कुछ ही मिनटों में पूरा अकाउंट खाली कर देते हैं। इसी बढ़ती समस्या को रोकने के लिए गूगल ने अब Android पर एक नया सुरक्षा हथियार उतारा है। जिसका नाम है in-call scam protection। इस फीचर की खासियत यह है कि यह केवल कॉल रिकॉर्डिंग या सामान्य Scam Protection तक सीमित नहीं है। यह यूजर के व्यवहार को समझकर अलर्ट करता है, जब स्कैम होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है। अमेरिका में फीचर लॉन्च करते समय Google ने बताया कि यह टेक्नोलॉजी बैंकिंग ऐप्स और स्क्रीन शेयरिंग गतिविधि को रियल-टाइम में मॉनिटर करके सही समय पर चेतावनी देने में सक्षम है।
मोबाइल स्कैम से बचने का डिजिटल कवच तैयार। जानिए कैसे एंड्रॉयड का नया अलर्ट सिस्टम कॉल पर चल रही ठगी को तुरंत पहचान लेता है।
नोटिफिकेशन ही नहीं, पॉजटाइम भी देता है
साधारण तरीके से समझिए, अगर कोई यूजर किसी अनजान व्यक्ति के कॉल पर है और उसी दौरान वह कोई फाइनेंशियल ऐप खोलता है या स्क्रीन शेयरिंग ऑन है, तो एंड्रॉयड तुरंत एक बड़ा चेतावनी संदेश दिखाता है। यह अलर्ट सिर्फ नोटिफिकेशन ही नहीं यूजर को रोकने के लिए 30 सेकंड का पॉजटाइम भी देता है। इस दौरान कॉल काटने, स्क्रीन शेयरिंग रोकने या आगे बढ़ने का विकल्प दिखाया जाता है, ताकि यूजर बिना दबाव के स्वयं निर्णय ले सके।
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स्कैमर हथकंडों को देखकर किया गया है तैयार
गूगल ने इस फीचर को लागू करने के लिए US के प्रमुख बैंकिंग और Fintech साझेदारों जैसे Cash App और JPMorgan Chase के साथ मिलकर काम किया है। इन संस्थाओं के ऐप्स को सिस्टम से जोड़ा गया है ताकि यूजर का सुरक्षा-स्तर स्वतः बढ़ सके। कंपनी का कहना है कि स्कैमर द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सबसे आम हथकंडों को ध्यान में रखकर तकनीक तैयार की गई है, जिसमें नकली पहचान, स्क्रीन शेयरिंग ट्रिक्स, अकाउंट वेरिफिकेशन के बहाने निजी जानकारी लेना और फर्जी ऐप इंस्टॉल करवाना शामिल है।
UK में परिणाम रहा है उत्साहजनक
इससे पहले गूगल ने UK में एक पायलट प्रोग्राम चलाया था, जिसके नतीजे उत्साहजनक रहे। कंपनी के अनुसार, हजारों यूजर्स को संदिग्ध कॉलों से बचाया गया, जहां समय रहते अलर्ट मिलने पर उन्होंने कॉल काट दी। भारतीय और ब्राजीलियाई बाजारों में भी इसी तरह के परीक्षण किए जा चुके हैं, जहां मोबाइल फ्रॉड तेजी से बढ़ रहा है।
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भविष्य में फाइनेंशियल धोखाधड़ी हो जाए कठिन
अमेरिका में पायलट के विस्तार के साथ गूगल अब इस सुरक्षा ढांचे को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। कंपनी का लक्ष्य है कि भविष्य में एंड्रॉयड ऐसा वातावरण तैयार करे जहां स्कैमर के लिए किसी भी तरह की फाइनेंशियल धोखाधड़ी करना बेहद कठिन हो जाए। बैंकिंग संस्थाएं भी इसे एक महत्वपूर्ण कदम मान रही हैं, क्योंकि कॉल-आधारित स्कैम आज की डिजिटल दुनिया की सबसे जटिल समस्या बन चुकी है।
कुल मिलाकर यह डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा बदलाव है। आने वाले समय में जब यह फीचर और देशों में रोल आउट होगा, तो मोबाइल फ्रॉड पर रोक लगाने में इसका प्रभाव भी देखने को मिल सकता है।
