YouTube पर इस आसान ट्रिक से करें फटाफट प्लेलिस्ट तैयार

4 mins read
906 views
Youtube video
March 24, 2025

आप अपने पसंदीदा गानों को बार-बार यूट्यूब पर सर्च करने की टेंशन से राहत पा सकते हैं। इसमें एक कमाल की ट्रिक आपकी मदद कर सकती है।

Youtube Playlist : YouTube का इस्तेमाल दुनियाभर में खूब किया जाता है और इसमें कई शानदार फीचर्स भी मौजूद हैं। आप वीडियो का प्लेबैक स्पीड बढ़ा या घटा सकते हैं, जिससे वीडियो देखने का एक्सपीरियंस अपने हिसाब से एडजस्ट कर सकते हैं। इसके अलावा, वीडियो को जल्दी आगे बढ़ाने के लिए डबल टैप करने का भी ऑप्शन मिलता है। अगर आप अपनी सर्च हिस्ट्री को प्राइवेट रखना चाहते हैं, तो Incognito Mode का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस मोड में वीडियो देखने के बाद आपकी सर्च और वॉच हिस्ट्री सेव नहीं होती, जिससे आपकी प्राइवेसी बनी रहती है। YouTube पर एक और ऐसा कमाल का फीचर है, जिससे आपको अपना पसंदीदा गाना बार-बार सर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

YouTube पर प्लेलिस्ट कैसे बनाएं?

YouTube पर अपने पसंदीदा गानों की प्लेलिस्ट बनाना एक शानदार तरीका है, जिससे बार-बार सर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती। अगर आप भी अपनी म्यूजिक प्लेलिस्ट बनाना चाहते हैं, तो ये आसान स्टेप्स फॉलो करें

  • YouTube ऐप खोलें: सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में YouTube ऐप को ओपन करें।
  • प्रोफाइल आइकन पर जाएं: नीचे की तरफ दिए गए प्रोफाइल आइकन पर टैप करें।
  • Playlists ऑप्शन चुनें: यहां आपको Playlists का ऑप्शन दिखाई देगा। उस पर क्लिक करें। नई प्लेलिस्ट बनाएं
  • अब आपको + (एड) आइकन पर टैप करना है। इसके बाद टाइटल में अपनी प्लेलिस्ट का नाम लिखें, जैसे “Favorite Songs” या “Party Mix”।
  • Create पर टैप करें: जैसे ही आप Create बटन पर क्लिक करेंगे, आपकी प्लेलिस्ट बन जाएगी।
  • गाने जोड़ें: अब Add Videos ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद जो भी गाने आप अपनी प्लेलिस्ट में जोड़ना चाहते हैं, उन्हें सर्च करें।
  • सेव करें: वीडियो प्ले करने के दौरान Save ऑप्शन दिखाई देगा। उस पर क्लिक करें और अपनी प्लेलिस्ट चुनें।
  • Done पर क्लिक करें: लिस्ट में गाना जोड़ने के बाद Done पर क्लिक करें।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Facebook
Previous Story

Garena Free Fire Max: Free में पाएं धमाकेदार रिवॉर्ड्स!

Gemini Live
Next Story

Google का नया कमाल! स्क्रीन दिखाओ और पाओ जवाब

Latest from Latest news

Blinkit छोड़कर Flipkart लौटे CFO विपिन कपूरिया

Blinkit छोड़कर Flipkart लौटे CFO विपिन कपूरिया

Blinkit CFO Resignation: क्विक कॉमर्स कंपनी Blinkit के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर विपिन कपूरिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, वह एक बार फिर Flipkart में सीनियर फाइनेंस रोल में लौट रहे हैं। इस खबर ने ई कॉमर्स और क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री में चर्चा तेज कर दी है।  क–कॉमर्स सेक्टर में बड़ा बदलाव: Blinkit छोड़कर Flipkart लौटे CFO विपिन कपूरिया, IPO और फंडिंग के दौर में अहम फैसला।  Blinkit में एक साल से थोड़ा ज्यादा का सफर  विपिन कपूरिया 2024 में Blinkit से जुड़े थे। उन्होंने यहां 1 साल से थोड़ा ज्यादा समय काम किया है। वह गुरुग्राम बेस्ड Blinkit में शामिल होने से पहले Flipkart में वाइस प्रेसिडेंट के पद पर थे। कपूरिया Blinkit के पहले फुल टाइम CFO थे क्योंकि यह पद 2022 से खाली था। उस समय Zomato द्वारा Blinkit के अधिग्रहण के बाद तत्कालीन CFO अमित सचदेवा ने कंपनी छोड़ दी थी।  Flipkart के साथ पुराना रिश्ता  Flipkart में विपिन कपूरिया की यह तीसरी पारी होगी। उन्होंने पहली बार 2015 में Flipkart जॉइन किया था। इसके बाद 2018 में वह हॉस्पिटैलिटी स्टार्टअप Oyo चले गए। 2020 में उन्होंने दोबारा Flipkart में वापसी की और फिर 2024 में Blinkit से जुड़े। अब एक बार फिर वह Flipkart के फाइनेंस लीडरशिप का हिस्सा बनने जा रहे हैं।  Blinkit और Eternal में अहम भूमिका  Blinkit में रहते हुए कपूरिया ने कंपनी के CEO अल्बिंदर ढिंढसा और Eternal के CFO अक्षांत गोयल के साथ मिलकर काम किया है। वह उस दौर में Blinkit से जुड़े थे, जब Eternal ने 8,500 करोड़ की राशि Qualified Institutional Placement के जरिए जुटाई थी। यह फंडिंग Blinkit और पूरे क्विक कॉमर्स सेक्टर के लिए अहम मानी गई है।  READ MORE: Aman Jain बने Meta के नए पॉलिसी हेड  क्विक कॉमर्स सेक्टर में तेजी और फंडिंग  पिछले 12 से 14 महीनों में क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव देखने को मिला है।  Swiggy ने 2024 में IPO और हालिया QIP के जरिए 14,500 करोड़ जुटाए।  Zepto अगले साल 11,000 करोड़ का IPO लाने की तैयारी में है।  READ MORE: Flipkart लाया स्मार्टफोन एक्सचेंज ऑफर, 40 मिनट में ऐसे करें अप्लाई  Flipkart Minutes में नेतृत्व बदलाव 
‘जुकरबर्ग का 77 बिलियन डॉलर Metaverse में फेल’

‘जुकरबर्ग का 77 बिलियन डॉलर Metaverse में फेल’

Meta Metaverse Loss: इकोनॉमिस्ट डीन बेकर ने Meta के CEO मार्क जुकरबर्ग के Metaverse निवेश की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि जुकरबर्ग ने 77 बिलियन डॉलर ‘टॉयलेट में फेंक दिए’, जो एक गलत और बेकार निवेश था। अपने न्यूजलेटर में बेकर ने लिखा है कि Meta का Metaverse प्रोजेक्ट केवल एक सामान्य गलत निवेश निर्णय था, जैसा कि कंपनियां समय–समय पर करती हैं।  Meta के Metaverse में भारी निवेश पर आलोचना, 77 बिलियन डॉलर का सवाल और AI स्टार्टअप Manus अधिग्रहण से जुकरबर्ग का अगला कदम।  बेकर का मानना है कि इस निवेश का नुकसान सिर्फ Meta की किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए भी भारी लागत साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स, प्लानर्स और सपोर्ट स्टाफ के साथ–साथ ऑफिस स्पेस, कंप्यूटर और बिजली जैसे संसाधनों का भी इस्तेमाल हुआ है। अगर ये संसाधन अन्य उत्पादक क्षेत्रों में लगाए जाते, तो समाज के लिए ज्यादा लाभकारी साबित होते।   बेकर ने यह भी चेतावनी दी है कि AI निवेश का तेजी से बढ़ना अमेरिकी अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है। यह टैलेंट को अवशोषित कर रहा है और पावर ग्रिड्स पर दबाव बढ़ा रहा है, जिससे जलवायु लक्ष्यों को हासिल करना मुश्किल हो जाता है।  ‘Meta की तीसरी सबसे बड़ी खरीदारी’  Meta ने हाल ही में चाइनीज AI स्टार्टअप Manus को खरीदने कि घोषणा की है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह Meta की तीसरी सबसे बड़ी अधिग्रहण डील है। WhatsApp और ScaleAI के बाद यह कदम CEO जुकरबर्ग की एडवांस्ड AI में आक्रामक निवेश नीति को दर्शाता है, ताकि Meta Google और OpenAI जैसी कंपनियों से मुकाबला कर सके।  READ MORE: Meta में शामिल हुआ Manus, अब AI करेगा असली काम  Meta ने कहा है कि Manus की सर्विस को ऑपरेट और सेल किया जाएगा और इसके तकनीक को Meta AI चैटबोट और अन्य प्रोडक्ट्स में जोड़ा जाएगा। Manus को लीडिंग ऑटोनोमस जनरल पर्पज AI एजेंट माना जाता है, जो मार्केट रिसर्च, कोडिंग और डेटा एनालिसिस जैसे काम कर सकता है।  READ MORE: Meta ने लॉन्च किया 24/7 सपोर्ट हब, FB-Instagram यूजर्स को मिली सुविधा  इस तरह, Meta ने Metaverse में बड़े निवेश के कारण आलोचना झेली, लेकिन AI में बड़ा कदम उठाकर तकनीकी प्रतिस्पर्धा में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है। 

Don't Miss