Apple ने हाल ही में अपनी विंटेज लिस्ट को अपडेट किया है, कंपनी ने अब इस लिस्ट में दो और मॉडल जोड़ दिए हैं।
Apple iPhone Vintage: आजकल ऑनलाइन शॉपिंग का जमाना है और लोग अक्सर ‘शानदार डील’ के चक्कर में पुराने स्मार्टफोन, iPhone, खरीद लेते हैं। कुछ लोग यह सोचते हैं कि पूराना हो या नया, iPhone तो है। यही वजह है कि वह ज्यादातर सस्ते के चक्कर में iPhone बिना कुछ सोचे समझे खरीद लेते हैं,लेकिन हकीकत इससे थोड़ी अलग है।
अगर आप भी सेकेंड हैंड या पुराना iPhone खरीदने का प्लान कर रहे हैं, तो जरा रुकिए। Apple ने हाल ही में अपनी Vintage और Obsolete डिवाइसेज की लिस्ट अपडेट की है। इस लिस्ट में अब दो और पुराने iPhone शामिल हो चुके हैं iPhone 7 Plus और iPhone 8। अब सवाल ये है कि इसका मतलब क्या है? क्या आपको इन फोन्स से दूरी बनानी चाहिए यी खरीदना चाहिए? आइए जानते हैं।
क्या है Apple की Vintage डिवाइस लिस्ट?
Apple हर साल अपनी कुछ पुरानी डिवाइसेज को ‘Vintage’ और ‘Obsolete’ कैटेगरी में डालता है। Vintage का मतलब होता है वो डिवाइसेज जिनकी बिक्री कंपनी ने 5 साल से ज्यादा और 7 साल से कम समय पहले बंद कर दी थी। इन डिवाइसेज के लिए ऑफिशियल रिपेयर और पार्ट्स मिलने की कोई गारंटी नहीं होती।
कौन-कौन से iPhones हुए शामिल?
- iPhone 7 Plus 2016 में लॉन्च हुआ था, जिसकी कीमत करीब 72,000 रुपये (32GB मॉडल) थी। इसकी 2019 में बिक्री बंद कर दी गई है। अब यह फोन ‘विंटेज’ कैटेगरी में आ गया है।
- iPhone 8 2017 में लॉन्च हुआ था, जिसकी कीमत करीब 64,000 रुपये (64GB मॉडल) थी। इसकी 2020 में बिक्री बंद हुई थी। अब इसे भी कंपनी ने विंटेज घोषित कर दिया है।
पुराने iPhone खरीदने का क्या नुकसान है?
- सर्विस की कोई गारंटी नहीं: अगर फोन में कोई दिक्कत आई तो आपको Apple की ओर से न तो रिपेयर मिलेगा, न पार्ट्स।
- सॉफ्टवेयर अपडेट भी बंद: जैसे-जैसे मॉडल पुराना होता है, iOS अपडेट्स भी रुक जाते हैं। इससे सिक्योरिटी और नई फीचर्स की कमी हो सकती है।
- धोखा खाने का खतरा: बहुत बार ऑनलाइन या लोकल दुकानों पर पुराने मॉडल्स को “असली डील” बताकर बेचा जाता है, जबकि असल में वो फोन अब सपोर्ट में ही नहीं है।
क्या करें?
- सेकेंड हैंड फोन खरीदने से पहले रिसर्च जरूर करें।
- Apple की वेबसाइट या ट्रस्टेड टेक पोर्टल्स से चेक करें कि वो मॉडल अभी सपोर्ट में है या नहीं।
- अगर बजट कम है, तो किसी भरोसेमंद ब्रांड का नया बजट फोन खरीदें – जो कम से कम 2-3 साल अपडेट्स तो देगा।
iPhone एक शानदार डिवाइस है, लेकिन सिर्फ नाम या Apple लोगो के पीछे भागना समझदारी नहीं है। सस्ते के चक्कर में कहीं ऐसा न हो कि आप एक ऐसा फोन खरीद लें जिसे न रिपेयर मिलती है, न सॉफ्टवेयर सपोर्ट।