James Cameron: हॉलीवुड के मशहूर निर्देशक James Cameron ने अपनी आने वाली फिल्म Avatar: Fire and Ash को लेकर साफ किया है कि इस फिल्म में जनरेटिव AI का कोई इस्तेमाल नहीं हुआ है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि दर्शकों को यह न लगे कि फिल्म के किरदार AI द्वारा बनाए गए हैं। कैमरन के अनुसार, परफॉर्मेंस कैप्चर पूरी तरह से मानवीय कला है, जिसमें कलाकारों की शारीरिक मेहनत और भावनाएं मुख्य भूमिका निभाती हैं।
Avatar: Fire and Ash में AI नहीं, बल्कि असली एक्टर्स की मेहनत और भावनाएं प्रमुख हैं। जानें परफॉर्मेंस कैप्चर और AI के इस्तेमाल के बारे में।
AI कलाकारों की जगह नहीं ले सकता
कैमरन ने कहा कि उन्हें AI तकनीक से कोई समस्या नहीं है, लेकिन वह इस बात को लेकर चिंतित हैं कि लोग यह सोचने लगें कि AI कलाकारों की जगह ले सकता है। उनका मानना है कि हॉलीवुड में यह जरूरी है कि अभिनेताओं की मेहनत और कला को सुरक्षित रखा जाए, ताकि कहानी और अभिनय दोनों जीवंत बने रहें।
जो सल्डाना का परफॉर्मेंस कैप्चर अनुभव
Avatar की किरदार Neytiri निभाने वाली ज़ो सल्डाना ने परफॉर्मेंस कैप्चर को एक कठिन और मेहनत वाला काम बताया। इसके लिए उन्हें भारी शारीरिक ट्रेनिंग, पानी के अंदर अभ्यास, भाषाओं का अध्ययन और स्टंट टीम के साथ लंबा समय बिताना पड़ता है। सल्डाना के अनुसार, यह तकनीक केवल कलाकार की एक्टिंग को बेहतर दिखाती है, उसे बदलती नहीं है। कैमरन का भी मानना है कि सल्डाना का अभिनय अवॉर्ड योग्य है और CG किरदारों की वजह से इसे कमतर नहीं आंकना चाहिए।
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AI का इस्तेमाल VFX तक सीमित
कैमरन ने कहा कि AI जनरेटेड एक्टर्स डरावने हैं और वे कभी ऐसे डिजिटल कलाकार नहीं बनाएंगे। हालांकि, AI का इस्तेमाल VFX में किया जा सकता है। AI से फिल्म बनाने की प्रक्रिया तेज़ होती है और लागत भी कम होती है, लेकिन यह कलाकारों को बदलने का काम नहीं करता।
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AI स्क्रिप्ट नहीं लिख सकता
कहानी लेखन में AI का इस्तेमाल कैमरन के अनुसार असंभव है। उन्होंने कहा कि कहानी वही लिख सकता है जिसने जीवन के अनुभव देखे और महसूस किए हों। AI अनुभव और भावनात्मक समझ पैदा नहीं कर सकता, इसलिए कहानी और चरित्र की गहराई केवल इंसानों से ही आती है।
