‘Ransomware’ आज पूरी दुनिया में फैल रहा है। एक तरह से यह इंटरनेट की दुनिया का ‘महाजाइंट’ है, जो 35 सालों से जनता और सरकार का दुश्मन बना हुआ है।
Ransomware Cyber Security: ‘Ransomware’ इतना खतरनाक मैलवेयर है कि ये आपके कंप्यूटर की फाइलों को लॉक कर देता है और फिर फिरौती मांगता है। ऐसे में यह अपराधियों के लिए एक बड़ा हथियार बन गया है, जिसका निशाना आम लोग, कंपनियां और सरकारी एजेंसियां हैं। Ransomware 35 साल पुराना है। इसके साइबर हमले पहले से ज्यादा हाईटेक और खतरनाक हो गए हैं।
क्या है Ransomware का इतिहास
Ransomware का जन्म 1989 में हुआ था, जब पहला अटैक ‘AIDS Trojan’ के रूप में सामने आया था। इसमें फ्लॉपी डिस्क के जरिए मैलवेयर भेजा जाता था। यह कंप्यूटर की फाइलों को लॉक कर देता था और फिर उन्हें अनलॉक करने के लिए फिरौती मांगता था। Ransomware को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त बायोलॉजिस्ट डॉ. जोसेफ पॉप ने बनाया था। इसका उदेश्य लोगों को डराकर पैसे ऐंठना था। बता दें कि साइबर अपराध के इतिहास में यह पहला मामला था जब किसी ने मैलवेयर के जरिए फिरौती की मांग की गई हो। इसके बाद Ransomware ने धीरे-धीरे अपने पैर पसारने शुरू कर दिए।
अबतक इतना बदल गया Ransomware
- 1989: एड्स ट्रोजन ने Ransomware के रूप में साइबर अपराध की शुरुआत की।
- 2004: ‘GPcode’ ने फशिंग ईमेल के जरिए लोगों को निशाना बनाया। यह एक ऐसा तरीका था, जिसमें लोगों को फर्जी नौकरी के ऑफर या दूसरे आकर्षक ऑफर का लालच देकर फंसाया जाता था।
- 2013: ‘Cryptolocker’ ने फिरौती के तौर पर Bitcoin की पेशकश की। यह पहला मामला था जब साइबर अपराध के लिए cryptocurrency का इस्तेमाल किया गया।
- 2017: ‘WannaCry’ और ‘Petya’ जैसे बड़े साइबर हमले हुए, जिसने दुनिया भर के कई बड़े संगठनों को पंगु बना दिया।
कैसे काम करता है Ransomware
- Ransomware सिस्टम फाइलों को एन्क्रिप्ट कर देता है, जिसके बाद लोग उनका उपयोग नहीं कर पाते।
- फिरौती का नोट दिखाया जाता है, जिसमें फिरौती की राशि और भुगतान का तरीका लिखा होता है।
- फिरौती मिलने के बाद, साइबर अपराधी फाइलों को अनलॉक करने का दावा करते हैं। हालांकि, हमेशा ऐसा नहीं होता है।
पहले से और खतरनाक हो गया है Ransomware
Ransomware आज सिर्फ एक साइबर अपराध नहीं रह गया है, बल्कि यह एक इंडस्ट्री बन गई है। इसे ‘Ransomware-as-a-Service’ मॉडल के तहत बेचा और खरीदा जा रहा है। अब यह तकनीक इतनी एडवांस हो गई है कि कम अनुभव वाले हैकर भी इसके जरिए आसानी से साइबर हमले कर सकते हैं।
फ्यूचर में क्या-क्या होगा
AI और क्लाउड पर हमले: साइबर अपराधी AI और क्लाउड तकनीक का यूज करके और भी ज्यादा खतरनाक हमले कर सकते हैं। AI से फिशिंग और सोशल इंजीनियरिंग को ज्यादा प्रभावी बनाया जा सकता है।
जियोपॉलिटिकल हथियार: Ransomware अब भू-राजनीतिक हथियार बनता जा रहा है, जिसका यूज देश अपने दुश्मन देशों को नुकसान पहुंचाने के लिए कर सकते हैं।
ऑटोमैटिक हमला: भविष्य में आत्मनिर्भर Ransomware हमले देखने को मिल सकते हैं, जो बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के काम करेंगे। ये हमले किसी खास डोमेन या संगठन को निशाना बना सकते हैं।
Ransomware से कैसे बचें
- मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और उन्हें बार-बार बदलें।
- अपने डेटा का नियमित बैकअप लें और उसे ऑफलाइन स्टोर करें।
- संदिग्ध ईमेल और लिंक पर क्लिक करने से बचें। वहीं, फिशिंग हमलों का शिकार होने से बचने के लिए सतर्क रहें।
- विश्वसनीय एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करें और इसे नियमित रूप से अपडेट करें।