Elon Musk: Tesla के CEO Elon Musk ने हाल ही में ट्रंप प्रशासन की पहल DOGE के बारे में बातचीत की। इस प्रोजेक्ट का मकसद संघीय खर्च को कम करना था। मस्क ने इसे थोड़ा और कुछ हद तक सफल बताया, लेकिन कहा कि भविष्य में वह इसे दोबारा नहीं करेंगे।
Elon Musk ने DOGE प्रोजेक्ट और भगवान पर अपने विचार साझा किए, जानें कैसे उनका अनुभव उनकी कंपनियों पर असर पड़ा और उन्होंने ब्रह्मांड और रचनात्मक शक्ति पर क्या कहा।
मस्क ने बताया कि DOGE ने कुछ खर्च-कटौती के लक्ष्य हासिल किए, लेकिन इसके कारण उनके कंपनियों को नुकसान भी हुआ। उन्होंने कहा कि अगर मैं DOGE नहीं करता, तो अपने कंपनियों पर ध्यान देता और उन्हें नुकसान नहीं उठाना पड़ता। DOGE के दौरान टेस्ला की कारें, डीलरशिप और फैक्ट्रियां उन एक्टिविस्ट्स के निशाने पर रही जो मस्क के ट्रंप के खर्च-कटौती एजेंडे से नाराज थे।
READ MORE: मेरे हाथ में होता तो कब का…. xAI में निवेश पर बोले Elon Musk
DOGE का मिशन और परिणाम
इस पहल का उद्देश्य लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर संघीय बजट बचाना था। प्रोजेक्ट ने एजेंसियों, नौकरियों और बजट पर निगरानी रखी, लेकिन मस्क के मई में पद छोड़ने तक यह अपने लक्ष्यों को पूरा नहीं कर पाया। मस्क ने माना कि कई फंडिंग रोक दी गई जो व्यर्थ थीं, लेकिन विवाद इसके लाभ से ज्यादा बढ़ गया।
READ MORE: इलेक्ट्रिक गाड़ियां हुई अब और स्मार्ट, खुद होगी चार्ज
भगवान और ब्रह्मांड पर मस्क के विचार
इंटरव्यू में जब मस्क से पूछा गया कि क्या वह भगवान में विश्वास करते हैं, तो उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि यह ब्रह्मांड किसी चीज से आया है। लोग इसे अलग-अलग नाम देते हैं। जब पूछा गया कि वह किसे आदर्श मानते हैं, तो उन्होंने The Creator उत्तर दिया। मस्क का मानना है कि ब्रह्मांड किसी उच्च शक्ति से उत्पन्न हुआ है और लोग इसे अलग-अलग लेबल देते हैं।
