Meta Manus AI: AI की दुनिया में 2025 की सबसे बड़ी खबरों में से एक सामने आई है। Meta ने आधिकारिक तौर पर ऐलान किया है कि AI एजेंट स्टार्टअप Manus अब उसकी कंपनी का हिस्सा बन गया है। इस कदम को AI टेक्नोलॉजी के अगले दौर की शुरुआत माना जा रहा है, जहां AI केवल चैटबॉट बनकर जवाब नहीं देगा, बल्कि असली कामों को खुद पूरा करेगा। अब तक ज्यादातर AI टूल्स सवालों के जवाब देने तक सीमित थे, लेकिन Manus जैसे AI एजेंट्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि वे कोड लिखने, मार्केट रिसर्च करने, डेटा एनालिसिस करने और जटिल टास्क्स संभालने में सक्षम हों।
Meta ने चर्चित AI एजेंट स्टार्टअप Manus को अपनी कंपनी में शामिल किया है, जिससे AI अब सिर्फ चैट नहीं बल्कि कोडिंग, रिसर्च और डेटा जैसे असली काम भी करेगा।
Meta और Manus का दावा
Meta का कहना है कि Manus पहले ही एक लीडिंग ऑटोनॉमस जनरल पर्पज AI एजेंट तैयार कर चुका है। यह एजेंट अलग-अलग प्रोफेशनल कामों को अपने आप पूरा कर सकता है। वहीं, Manus ने इस डील को अपने सफर की बड़ी उपलब्धि बताया है।
कंपनी के मुताबिक, Manus की तकनीक अब तक 147 ट्रिलियन से ज्यादा टोकन प्रोसेस कर चुकी है और दुनिया भर में 80 मिलियन से अधिक वर्चुअल कंप्यूटर बना चुकी है। ये आंकड़े दिखाते हैं कि Manus सिर्फ एक प्रयोग नहीं, बल्कि बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होने वाला AI प्लेटफॉर्म है।
Manus की सेवाएं पहले जैसी रहेंगी
Meta ने साफ किया है कि Manus अपनी मौजूदा सेवाओं को बंद नहीं करेगा। Manus अपनी सब्सक्रिप्शन सर्विस को अपने ऐप और वेबसाइट के जरिए पहले की तरह चलाता रहेगा। साथ ही, Manus की AI तकनीक को Meta के अलग-अलग प्रोडक्ट्स और बिजनेस टूल्स में भी शामिल किया जाएगा।
Meta का लक्ष्य है कि Manus जैसे AI एजेंट्स को अरबों लोगों तक पहुंचाया जाए, ताकि आम यूजर्स और कंपनियां दोनों इसका फायदा उठा सकें। Manus की पूरी टीम भी Meta के साथ मिलकर Meta AI और अन्य प्लेटफॉर्म्स के लिए नए जनरल-पर्पज AI एजेंट्स बनाने पर काम करेगी।
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यूजर्स को नहीं होगी कोई परेशानी
Manus ने अपने बयान में कहा है कि कंपनी सिंगापुर से ही ऑपरेट करती रहेगी और यूजर्स को किसी तरह की रुकावट की चिंता नहीं करनी चाहिए। Manus के CEO जिओ हांग ने कहा कि Meta से जुड़ने के बाद कंपनी को एक मजबूत और स्थिर आधार मिलेगा, लेकिन Manus के काम करने के तरीके या फैसलों में कोई बदलाव नहीं होगा।
फाउंडर का भावुक संदेश
Manus के फाउंडर ने एक भावुक नोट में लिखा है कि शुरुआत में कई लोगों ने कहा था कि यह आइडिया बहुत जल्दी, बहुत बड़ा और बहुत मुश्किल है। इसके बावजूद टीम ने हार नहीं मानी है। उन्होंने इस डील को अपने काम की पहचान बताया और कहा कि यह अंत नहीं है, बल्कि उस AI युग की शुरुआत है जो सिर्फ बात नहीं करता, बल्कि काम करता, बनाता और नतीजे देता है।
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AI के भविष्य की दिशा
Meta के अनुसार, Manus पहले ही दुनिया भर में लाखों यूजर्स और बिजनेस को सेवाएं दे रहा है और अब इसे और बड़े स्तर पर ले जाने की तैयारी है। अगर यह योजना सफल होती है, तो आने वाले समय में AI एजेंट्स आम जिंदगी और ऑफिस के काम का अहम हिस्सा बन सकते हैं।
