सरकार का कहना है कि ऐसे गेम्स से एडल्ट लोगों और बच्चों को लत लग जाती हैं जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी हो रहा है।
Microsoft Puneet Chandok On AI : AI को लेकर अक्सर यह डर जताया जाता है कि यह इंसानों की नौकरियां खत्म कर देगा लेकिन Microsoft इंडिया और साउथ एशिया के प्रेसिडेंट पुनीत चंडोक का मानना है कि ऐसा नहीं होगा। उनका कहना है कि AI इंसानों की जगह नहीं लेगा बल्कि उनकी क्षमताओं को और मजबूत बनाएगा।
कर्मचारियों को AI की ट्रेनिंग देना जरूरी
चंडोक ने कहा कि AI का मकसद दोहराए जाने वाले कामों को आसान बनाना और कामकाज को स्मार्ट बनाना है ताकि इंसान और AI एजेंट साथ मिलकर बेहतर तरीके से काम कर सकें। उन्होंने जोर दिया कि कर्मचारियों को AI की ट्रेनिंग देना बेहद जरूरी है। स्किलिंग को तेजी से और बड़े पैमाने पर करना होगा। हमें नए दौर के लिए तैयार रहना होगा जहां इंसान और AI एजेंट्स साथ काम करेंगे।
24 लाख लोगों को AI की ट्रेनिंग दे चुका
Microsoft अब तक भारत में 24 लाख लोगों को AI की ट्रेनिंग दे चुका है। इसमें 65% महिलाएं और 74% टियर 2 और टियर 3 शहरों से जुड़े लोग शामिल हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि आने वाले समय में 1 करोड़ लोगों को AI प्रशिक्षण दिया जाए। यह दर्शाता है कि Microsoft बड़े पैमाने पर स्किल डेवलपमेंट को लेकर गंभीर है। इसके साथ ही कंपनी स्मार्ट, सुरक्षित और आसान AI एजेंट्स बनाने पर काम कर रही है, जो प्राइवेसी का सम्मान करें और उच्च स्तर की सिक्योरिटी स्टैंडर्ड्स पर खरे उतरें।
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क्या कहते हैं आकंड़ें?
व्यवसाय भी AI को तेजी से अपना रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, 90% कंपनियां अगले 12 से 18 महीनों में AI एजेंट्स को अपनाने की योजना बना रही हैं, जबकि 59% पहले से ही किसी न किसी रूप में उनका इस्तेमाल कर रही हैं। चंडोक ने भविष्य को लेकर कहा AI इंसानों को रिप्लेस नहीं करेगा बल्कि उन्हें और सक्षम बनाएगा।