Windows Update: Microsoft ने Windows 11 को एक AI आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में प्रमोट किया था, लेकिन लंबे समय से Windows इस्तेमाल कर रहे यूजर्स और डेवलपर्स ने इसका स्वागत करने की बजाय कई शिकायतें उठाई हैं। उनका कहना है कि Windows अब स्थिरता, सरलता और पावर यूजर्स की जरूरतों से दूर हो गया है।
इसी बीच Windows के प्रमुख पवन दावलुरी ने स्वीकार किया है कि Microsoft को अभी बहुत काम करना है। उनका यह बयान बताता है कि कंपनी अपने मौजूदा Windows दिशा-निर्देशों पर मिलने वाली आलोचना को गंभीरता से समझ रही है।
Windows 11 पर बढ़ती आलोचना के बाद Microsoft ने स्वीकार किया कि कुछ फैसले गलत थे। कंपनी जल्द ही बड़े अपडेट और सुधार लाने की योजना बना रही है।
एक पोस्ट से शुरू हुआ विवाद
10 नवंबर को पवन दावलुरी ने X पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि Windows का भविष्य Agentic OS है। यह एक ऐसा सिस्टम जो AI की मदद से डिवाइस, क्लाउड और ऐप्स के बीच खुद से काम कर सके, लेकिन उनके इस पोस्ट ने उत्साह नहीं, बल्कि आलोचना पैदा की। पोस्ट पर लाखों व्यू आए और कई लोगों ने नकारात्मक प्रतिक्रियाएं दीं जिसके बाद आखिरकार उन्हें कमेंट्स लॉक करने पड़े। यूजर्स का कहना था कि Microsoft बुनियादी सुविधाओं को सुधारने की बजाय सिर्फ AI फीचर्स दिखाने में लगा है।
पुराने यूजर क्यों नाराज हैं?
लंबे समय से Windows का उपयोग कर रहे यूजर्स और डेवलपर्स ने कई समस्याएं गिनाईं हैं। इनमें UI का असंगत और अधूरा अनुभव, अपडेट के बाद प्रदर्शन कम होना और टास्कबार का असुविधाजनक व्यवहार, ‘स्मॉल टास्कबार आइकन’ जैसे फीचर्स अभी भी अधूरे और हर AI अपडेट के साथ बढ़ती अस्थिरता शामिल है।
कुछ पुराने यूजर्स ने तो यह तक कहा कि वे Windows छोड़कर macOS या Linux पर चले गए हैं। सबसे बड़ी शिकायत यह है कि Microsoft स्थिरता की जगह AI प्रयोगों को ज्यादा तवज्जो दे रहा है। टेक एक्सपर्ट ने भी कहा कि Windows अब डेवलपर्स के लिए पहले जैसा भरोसेमंद प्लेटफॉर्म नहीं रहा।
Microsoft का जवाब
आलोचना बढ़ने पर Microsoft ने सीधे प्रतिक्रिया दी। उन्होंने माना है कि Windows टीम को यूजर्स की समस्याएं साफ दिख रही हैं, स्टेबिलिटी, परफॉर्मेंस और UI एकरूपता सबसे बड़े मुद्दे हैं, भरोसा तब ही बनेगा जब असली सुधार अपडेट्स में दिखेंगे। यानी सिर्फ शब्दों से नहीं, बल्कि वास्तविक सुधार से Microsoft विश्वास वापस पाना चाहता है।
READ MORE: Elon Musk के इस बड़ा दाव से हिल सकता है WhatsApp और Arattai!
‘Agentic OS’ असल में क्या है?
कई यूजर्स इस शब्द से भ्रमित थे। Agentic OS का मतलब है Windows में AI एजेंट्स का गहरा इंटीग्रेशन होना। ये एजेंट खुद से काम कर सकें जैसे ट्रिप प्लान करना, वर्कफ्लो ऑटोमेशन, सर्विस बुकिंग, ऑफिस के रूटीन काम। आज ये एजेंट ऐप्स या ब्राउज़र्स में चलते हैं, लेकिन Microsoft इन्हें सिस्टम के अंदर लाना चाहता है। हालांकि, फिलहाल AI एजेंट धीमे, गलतियां करने वाले और कई बार अनिश्चित रहते हैं इसलिए यूजर्स का कहना है कि OS को पूरी तरह AI पर आधारित करना अभी जल्दबाजी है।
READ MORE: AI का यह तकनीक इंसानों के लिए होगा खतरनाक, Microsoft AI Chief की वार्निंग
Microsoft के लिए चेतावनी का संकेत
कई साल बाद Microsoft ने माना है कि उसने यह नहीं समझा कि यूजर क्या चाहते हैं। अब दबाव है कि पहले Windows की बुनियादी कमजोरियां दूर करे उसके बाद ही AI फीचर्स को बढ़ावा दें। आने वाले अपडेट तय करेंगे कि क्या Windows 11 दोबारा यूज़र्स का भरोसा जीत पाएगा या नहीं।
