अब हाईवे पर मोबाइल जान लेने का कारण नहीं, बचाने का हथियार बनेगा

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अब हाईवे पर मोबाइल जान लेने का कारण नहीं, बचाने का हथियार बनेगा
December 3, 2025

Highway Safety: राष्ट्रीय राजमार्गों पर सफर अब पहले से ज्यादा सुरक्षित होने जा रहा है। यात्रियों को दुर्घटना की आशंका वाले स्थानों की जानकारी समय रहते मिल जाए तो हादसों की संख्या काफी हद तक कम हो सकती है। इसी जरूरत को समझते हुए NHAI ने Jio के साथ एक नई डिजिटल पहल की है। यह निश्चित रूप से सड़क सुरक्षा के लिए कारगर प्रयास हो सकता है। देश में पहली बार ऐसा सेफ्टी अलर्ट मॉडल लागू होने जा रहा है जो सीधे लोगों के मोबाइल फोन पर सक्रिय रहेगा। खासकर तब जब हाइवे पर मौजूदगी होगी और खतरा का संभावना होगा। यह रियल टाइम चेतावनी देगा। यह पूरी तरह मोबाइल नेटवर्क आधारित है।

मोबाइल अलर्ट से बदलेगा हाईवे सफर, NHAI के साथ इस कंपनी ने मिलकर शुरू की पहल…जानिए कैसे करेगा काम

मोबाइल से सड़क सुरक्षा पर बड़ी पहल

मोबाइल आधारित सेफ्टी अलर्ट मॉडल के लिए NHAI और जियो के बीच MoU पर करार हुआ है। इससे देश में रोड सेफ्टी मैनेजमेंट का स्वरूप बदलता हुआ दिखेगा। बता दें कि इन दिनों हाइवे पर गहरे कोहरे, आवारा पशुओं, हादसा संभावित मोड़ों या अचानक डायवर्जन जैसी स्थितियां ड्राइविंग में सबसे ज्यादा खतरे  इस नया मॉडल से हाइवे पर मौजूद यूजर्स को उनकी लोकेशन के आधार पर सीधे अलर्ट जारी करेगा। संभावित खतरों को देख डेटा कैप्चर कर जियो नेटवर्क के जरिए यूजर के मोबाइल पर तुरंत संदेश, व्हाट्सऐप अलर्ट या हाई प्रायोरिटी कॉल भेज देगा। इससे दुर्घटनाएं कम हो सकती है।

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कैसे काम करेगा सड़क सुरक्षा का स्मार्ट मॉडल

इस मॉडल को खास बनाता है इसका ऑटोमेशन। हाइवे पर कहीं भी कोई इमरजेंसी स्थिति उत्पन्न होती है तो सिस्टम इसे अपने आप पहचानकर संबंधित रूट के यूजर्स को चेतावनी भेज देता है। यह पूर्णरूप से स्वचालित होगा। इस पूरे सिस्टम के लिए सड़क किनारे कोई नया हार्डवेयर नहीं लगाना पड़ेगा। जियो का मौजूदा 4G और 5G Network इसकी रीढ़ बनेगा। इन नेटवर्क के जरिए वाहन चालक को संभावित खतरे की चेतावनी SMS, WhatsApp भेजी जाएगी।

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राजमार्ग यात्रा ऐप से मिलेगा एकीकृत अनुभव

यह सेफ्टी अलर्ट सिस्टम NHAI के Rajmargyatra मोबाइल ऐप और हेल्पलाइन 1033 से जोड़ा जाएगा। ऐप पर रियल टाइम ट्रैफिक जानकारी, रोड कंडीशन, इमरजेंसी सहायता, टोल प्लाजा स्टेटस और अब सेफ्टी अलर्ट सब एक ही जगह उपलब्ध होंगे। इस एकीकरण से हाइवे पर सफर करने वाले लोगों को लगातार अपडेट मिलता रहेगा। फिलहाल, इसे कुछ ही राजमार्गों पर लागू किया जाएगा। अगर यह प्रयास कामयाब रहा तो देशभर के सभी राज्यमार्गों पर भी लागू की जाएगी।

भविष्य में रोड सुरक्षा को मिलेगी मजबूती

अगर यह रोड डिजिटल सेफ्टी सफल रहा तो इसमें कई एआई आधारित तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा। जो देश के बढ़त हाईवे नेटवर्क को आनेवाले दिनों में काफी मजूबती प्रदान करेगा।

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