Google लाया नया अपडेट! पासवर्ड बदलने पर नहीं मिलेगा SMS कोड

7 mins read
709 views
Gmail password
February 25, 2025

देश में Gmail का इस्तेमाल ज्यादातर ऑफिस या कॉरपोरेट जगत में किया जाता है। जब लोग अपना Gmail पासवर्ड भूल जाते हैं, तो वे OTP के जरिए अपना पासवर्ड रीसेट कर लेते हैं।

Google QR Code: देशभर में Gmail का यूज ऑफिस या कॉरपोरेट वर्ल्ड में किया जाता है। ऐसे में कई बार देखा गया है कि लोग अपना Gmail पासवर्ड को भूल जाते हैं और OTP के जरिए नया पासवर्ड बना लेते हैं, लेकिन अब Google ने इसपर एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, Google अब OTP सिस्टम को पूरी तरह से खत्म करने जा रहा है। इसके बदले Google अब QR कोड बेस्ड वेरिफाई सिस्टम लेकर आ रहा है। यह बदलाव सुरक्षा को और मजबूत बनाने के मकसद से किया जा रहा है क्योंकि SMS के जरिए भेजे जाने वाले 6 अंकों के कोड फिशिंग अटैक और सिम-स्वैपिंग जैसी धोखाधड़ी वाली टेक्नॉलोजी से प्रभावित हो सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, यह नया सिस्टम आने वाले महीनों में लागू हो जाएगा।

Gmail ने की पुष्टि                    

Gmail के प्रवक्ता रॉस रिचेंडरफर ने इस नई व्यवस्था की पुष्टि करते हुए कहा है कि अब यूजर्स को उनके फोन नंबर पर कोड नहीं मिलेंगे, बल्कि एक QR कोड दिखाई देगा, जिसे आपको फोन के कैमरा ऐप से स्कैन करना होगा। यह प्रक्रिया न केवल आसान होगी बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी ज्यादा कारगर होगी।

क्यों सेफ नहीं है Google SMS वेरिफिकेशन

Google SMS अभी तक के जरिए कोड भेजकर यूजर्स के अकाउंट को वेरिफाई करता था। हालांकि, इस पूरी प्रक्रिया में कई खामियां मिली है। बता दें कि साइबर अपराधी फिशिंग टेक्नोलॉजी से यूजर्स को धोखा देकर उनके कोड हासिल कर सकते हैं। सिम-स्वैपिंग अटैक के जरिए वह किसी के मोबाइल नंबर को अपने कंट्रोल में ले सकते हैं और उनके Gmail अकाउंट को एक्सेस कर सकते हैं। Google ने पाया कि SMS आधारित वेरिफिकेशन का यूज हैकर्स स्कैम के लिए भी कर रहे हैं। इस स्कैम को ट्रैफिक पंपिंग या टोल फ्रॉड कहते हैं, जिसमें साइबर अपराधी फर्जी नंबरों पर वेरिफिकेशन कोड भेजकर पैसे कमाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए Google ने अब यह नई व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है।

QR कोड कैसे होगा ज्यादा सेफ

QR कोड टेक्नोलॉजी अपनाने से सुरक्षा में बहुत सुधार होगा। यह सिस्टम सीधे उपयोगकर्ताओं और Google के बीच जुड़ता है, जिससे मैन-इन-द-मिडल धोखाधड़ी से बचा जा सकेगा। यानी कि फिशिंग हमलों और सिम-स्वैपिंग जैसे जोखिम लगभग खत्म हो जाएंगे, क्योंकि किसी भी कोड को शेयर करने की आवश्यकता नहीं होगी, जिसे चुराया जा सकता है।

जल्द लॉन्च होगा

Google ने इस बदलाव को लेकर साफ किया है कि SMS कोड से यूजर्स को सुरक्षा रिस्क होता है और कंपनी अपने सुरक्षा उपायों में लगातार सुधार कर रही है, ताकि यूजर्स को साइबर खतरों से बचाया जा सके। हालांकि, अभी इसके लॉन्चिंग की तारीफ साफ नहीं हो पाई है, लेकिन Google ने संकेत दिया है कि जल्द ही इस पर और अपडेट दिए जाएंगे।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

National Association of Software
Previous Story

भारत में तेजी से बढ़ रही टेक इंडस्ट्री, मिली नई नौकरियां

WhatsApp group
Next Story

बहुत काम का है WhatsApp का ये शानदार फीचर

Latest from Latest news

Samsung-ने-पेश-किया-नया-Galaxy-XR

Samsung ने पेश किया नया Galaxy XR, जानें इसके फीचर

Samsung AI Headset: Samsung ने अपने नए Galaxy XR हेडसेट को लॉन्च किया है। यह एक AI Native XR डिवाइस है जो AI, एक्सटेंडेड रियलिटी और पावरफुल हार्डवेयर का मेल है। इसका उद्देश्य यूजर्स को सहज और इमर्सिव अनुभव देना है।  Samsung , Google और Qualcomm ने मिलकर Galaxy XR बनाया, जो AI-पावर्ड गेमिंग, 3D कंटेंट और XR ऐप्स के लिए नया अनुभव देता है।  विकास और टेक्नोलॉजी  Galaxy XR को Samsung ने Google और Qualcomm के साथ मिलकर विकसित किया है। यह पहला डिवाइस है जो Android XR प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है। इसे गेमिंग, रोजमर्रा के काम और प्रोफेशनल एप्लिकेशन के लिए AI कंपैनियन के रूप में तैयार किया गया है।  उपलब्धता  हेडसेट अब अमेरिका और कोरिया में खरीदने के लिए उपलब्ध है। यह Samsung की उस योजना का हिस्सा है जिसमें AI और XR को मिलाकर डिजिटल अनुभव को बेहतर बनाया जा रहा है।  मल्टीमॉडल AI  Galaxy XR में Gemini AI शामिल है। यह वॉइस, विजन और जेस्चर के जरिए यूजर्स के साथ सहज बातचीत करता है। यूजर्स आसानी से कंटेंट देख सकते हैं, टास्क मैनेज कर सकते हैं और अपने आस–पास की जानकारी पा सकते हैं। AI के साथ हेडसेट मानव जैसी बातचीत और समझ देता है।  READ MORE: Android पर भी चलेगा Gemini, Google Docs में मिलेगी AI की मदद! 
Diwali 2025: 10,000 रुपये तक के टॉप टेक गिफ्ट्स

Diwali 2025: 10,000 रुपये तक के टॉप टेक गिफ्ट्स

दिवाली 2025 के लिए 10,000 रुपये तक के बेस्ट टेक गिफ्ट्स! Realme, Marshall, Noise और और भी कई शानदार गैजेट्स जो म्यूजिक, फिटनेस और स्मार्ट उपयोग के लिए परफेक्ट हैं।  Diwali tech gifts 2025: दिवाली का त्योहार आ चुका है और यह समय है अपने परिवार और दोस्तों को कुछ खास और मजेदार टेक गिफ्ट्स देकर खुश करने का। हर साल, लोग गिफ्ट्स के लिए बहुत खर्च कर देते हैं, लेकिन इस साल आप बिना ज्यादा पैसे खर्च किए भी शानदार गैजेट्स पा सकते हैं। Amazon पर कई ऐसे गैजेट्स उपलब्ध हैं जो उपयोगी, मजेदार और स्टाइलिश हैं।  चाहे वह वायरलेस ईयरबड्स हों, ब्लूटूथ स्पीकर्स, स्मार्टवॉच या बजट स्मार्टफोन ये सभी गैजेट्स आपकी दिवाली को और भी मजेदार और यादगार बना सकते हैं। नीचे हमने 10,000 रुपये के भीतर के टॉप गैजेट्स की पूरी लिस्ट बनाई है।  Marshall Minor IV वायरलेस ईयरबड्स  Marshall Minor IV ईयरबड्स में शानदार Marshall साउंड क्वालिटी दी गई है। यह ईयरबड्स 30 घंटे से अधिक का प्लेबैक समय देते हैं, साथ में वाटर रेजिस्टेंस और वायरलेस चार्जिंग की सुविधा भी है। इनमें टच कंट्रोल, ब्लूटूथ मल्टीपॉइंट कनेक्टिविटी और ऐप के जरिए साउंड कस्टमाइजेशन मिलता है। OTA अपडेट और रिप्लेसेबल पार्ट्स इसे लंबा और टिकाऊ बनाते हैं। यदि आप म्यूजिक और पॉडकास्ट सुनना पसंद करते हैं, तो ये ईयरबड्स परफेक्ट हैं।  Titan Celestor AMOLED स्मार्टवॉच  Titan Celestor में 1.43 इंच की AMOLED डिस्प्ले है, जिसमें 750 निट्स की ब्राइटनेस और कस्टमाइजेबल वॉच फेस मिलते हैं। यह स्मार्टवॉच आउटडोर एक्टिविटी के लिए पूरी तरह फिट है। इसमें GPS, अल्टीमीटर, बैरोमीटर और कॉम्पास जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसके अलावा, BT कॉलिंग, AI वॉइस असिस्टेंट, SOS अलर्ट और 100+ स्पोर्ट्स मोड इसे एडवेंचर और फिटनेस के लिए बढ़िया बनाते हैं। इसकी स्विम मोड, लंबी बैटरी लाइफ और ड्यूल–टोन स्ट्रैप इसे स्टाइलिश भी बनाते हैं।  Realme NARZO 80

Don't Miss