India-Pakistan War: Google का खुलासा! इस मालवेयर से हो रही सीक्रेट जासूसी

5 mins read
612 views
Threat Intelligence Team
May 9, 2025

साइबर सुरक्षा के जानकारों का कहना है कि LOSTKEYS जैसे मालवेयर यह दिखाते हैं कि अब राज्य समर्थित हैकिंग ग्रुप पहले से ज्यादा ताकतवर और स्मार्ट हो गए हैं।

LOSTKEYS Malware: Google ने एक खतरनाक साइबर हमला करने वाले मालवेयर का पता लगाया है, जिसका नाम LOSTKEYS है। यह मालवेयर रूस से जुड़े एक हैकर ग्रुप Cold River द्वारा बनाया गया है, जिसे रूस की खुफिया एजेंसी FSB से जोड़ा जा रहा है। इस बारे में जानकारी Google की Threat Intelligence Team और Reuters की रिपोर्ट में सामने आई है।

 

कैसे काम करता है LOSTKEYS मालवेयर?

Google के एक रिसर्चर के मुताबिक, LOSTKEYS मालवेयर बहुत ही चालाक और खतरनाक है। यह कंप्यूटर में घुसकर जरूरी फाइलें चुरा सकता है और सिस्टम से जुड़ी अहम जानकारी चुपचाप हैकरों तक भेज सकता है। इससे आपकी प्राइवेट और सेंसेटिव इन्फोर्मेशन पर बड़ा खतरा बन सकता है।

Cold River हैकर ग्रुप कौन है?

Cold River एक ऐसा हैकर ग्रुप है, जो पहले भी कई बार पश्चिमी देशों की सरकारों, सेना से जुड़े लोगों, पत्रकारों और अंतरराष्ट्रीय इंस्टीट्यूट पर साइबर हमले कर चुका है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इस ग्रुप का मकसद रूस के लिए जासूसी करना और जरूरी जानकारिया जुटाना है।

Google की रिपोर्ट में बताया गया है कि जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच Cold River ने कई पश्चिमी देशों के मौजूदा और पूर्व सलाहकारों को निशाना बनाया गया है। इसके अलावा पत्रकारों, NGO और थिंक टैंक्स को भी इस ग्रुप ने टारगेट किया।

 

पहले भी कर चुका है बड़े साइबर हमले

Cold River नाम का यह हैकर ग्रुप पहले भी कई खतरनाक साइबर हमलों के लिए सुर्खियों में रह चुका है। 2022 में इस पर अमेरिका की तीन परमाणु रिसर्च लैब्स को निशाना बनाने का आरोप लगा था। इतना ही नहीं, इसके कुछ समय बाद ब्रिटेन के पूर्व खुफिया प्रमुख सर रिचर्ड डियरलव की प्राइवेट ईमेल्स भी लीक कर दी गई थीं। इन ईमेल्स में कई ऐसे लोग शामिल थे जो ब्रेक्सिट का समर्थन करते थे।

साइबर खतरे लगातार बढ़ रहे हैं

साइबर सुरक्षा के जानकारों का कहना है कि LOSTKEYS जैसे मालवेयर यह दिखाते हैं कि अब राज्य समर्थित हैकिंग ग्रुप पहले से ज्यादा ताकतवर और स्मार्ट हो गए हैं। ऐसे हमले अब और ज़्यादा गंभीर होते जा रहे हैं।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Google Pixel 8 camera
Previous Story

Google Pixel 8 पर मिल रहा बंपर डिस्काउंट, देखें फीचर्स

Markaz Subhan Allah Bahawalpur
Next Story

Operation Sindoor: सैटेलाइट फोटो में देखें आतंक के ठिकानों का विनाश

Latest from Latest news

Telegram CEO Decision: 106 बच्चों के पिता पावेल ड्यूरोव बाटेंगे 1.5 लाख करोड़ का खजाना

Telegram CEO Decision: 106 बच्चों के पिता पावेल ड्यूरोव बाटेंगे 1.5 लाख करोड़ का खजाना

106 बच्चों के पिता पावेल ड्यूरोव अपनी 17 अरब डॉलर की संपत्ति बच्चों को देना चाहते हैं। पावेल ड्यूरोव को टेक इंडस्ट्री में दूसरा
Url- Air India Plane Crash Black Box technology reveal secret of plane accident

Air India Plane Crash: क्या है ‘Black Box’ टेक्नोलॉजी, कैसे खोलता है प्लेन हादसे का राज

अहमदाबाद में हुए दर्दनाक एयर इंडिया हादसे में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड ने क्रैश साइट से ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है। क्या है ये

Don't Miss