Samsung के CEO ने ‘स्मार्टफोन’ को लेकर पूछ कई सवाल

6 mins read
2.1K views
Samsung
January 24, 2025

Smartphone के सीईओ जेबी पार्क ने चीनी स्मार्टफोन पर सवाल उठाए हैं और यूजर्स को सतर्क रहने की सलाह दी है।

Samsung CEO on Chinese Smartphone: Samsung साउथवेस्ट एशिया के अध्यक्ष और CEO जेबी पार्क ने हर भारतीयों को चीनी स्मार्टफोन से सावधान रहने की सलाह दी है। उन्होंने अमेरिका के सैन जोस में Samsung Galaxy S25 के लॉन्च के दौरान चीनी स्मार्टफोन राइवल पर निशाना साध। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि क्या वह भारत में AI ऐप्लीकेशंस के लिए उपयोगकर्ता डेटा को संभालने में विश्वसनीय हैं। यूजर की इन्फोर्मेशन बहुत ही ज्यादा संवेदनशील होती है। ऐसे में जेबी पार्क ने सुझाव दिया कि भारतीय यूजर्स को इस बात पर विचार करना चाहिए कि वे किस ब्रांड पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी के लिए भरोसा कर सकते हैं।

उठाए सवाल

ये टिप्पणियां तब हुई है जब Samsung को भारत में चीनी स्मार्टफोन कंपनियों से कड़ी टक्कड़ का सामना करना पड़ रहा है। पार्क ने कथित तौर पर यह स्वीकार किया है कि चीनी ब्रांड तेजी से AI को अपना रहे हैं, लेकिन उन्होंने भरोसे के कारक पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने सवाल भी उठाया है कि क्या इन ब्रांडों पर संवेदनशील डेटा के मामले में वाकई भरोसा किया जाता है।

क्या बोले जेबी पार्क

पार्क ने माना है कि Samsung के लिए हर कीमत खंड में हर लड़ाई जीतना संभव नहीं है, लेकिन उन्होंने अलग-अलग उत्पादों के माध्यम से भारतीय यूजर्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनी की कमिटमेंट को लेकर इशारा किया है, जिसमें AI एक इम्पोर्टेंट रोल निभाता है। उन्होंने AI विकास की हालिया स्थिति की तुलना इंटरनेट के शुरुआती दिनों से कर दी है और इसके भविष्य की अप्रत्याशित प्रकृति पर जोर दिया है।

क्या है Samsung का प्लान

कस्टमर तक अपनी पहुंच का विस्तार करने के लिए खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में, Samsung ने 2025 के अंत तक अपने सेवा केंद्रों के नेटवर्क को दोगुना करके 800 करने की प्लानिंग बनाई है। इस पहल का उद्देश्य नए मोबाइल तकनीक के साथ व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है, जिसमें AI भी शामिल है।

तीन वेरिएंट में फोन हुआ लॉन्च

Samsung ने अपने तीन वेरिएंट Galaxy S25 Ultra, Galaxy S25+ and Galaxy S25 में फोन लॉन्च किए हैं। नए फोन में Galaxy चिपसेट के लिए कस्टमाइज्ड Snapdragon 8 Elite मोबाइल प्लेटफॉर्म है। Samsung इसी साल Galaxy S25 फोन का अल्ट्रा-थिन वर्जन भी लॉन्च करने की प्लानिंग कर रही है, जिसे S25 एज कहा जा सकता है।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Reliance
Previous Story

Reliance बनाने जा रहा दुनिया का सबसे बड़ AI डेटा सेंटर

Smartphone
Next Story

ये smartphones आपको पहुंचा सकते हैं हॉस्पिटल, देखें लिस्ट

Latest from Phones

डेटा सुरक्षा मामले में इस Android फोन के सामने iPhone भी है फेल… रिपोर्ट में खुलासा

डेटा सुरक्षा मामले में इस Android फोन के सामने iPhone भी है फेल… रिपोर्ट में खुलासा

डेटा सुरक्षा में मामले में iPhone से भी एक कदम आगे निकला यह Android, नए रिपोर्ट में खुलासा  Google Pixel 10 Pro  अगर आप यह सोच रहे हैं कि आपने ने iPhone खरीद लिए
Xiaomi-की-हुई-इंटरनेशनल-बेइज्जती-फोन-की-सुरक्षा-पर-उठे-सवाल

Xiaomi की हुई इंटरनेशनल बेइज्जती, फोन की सुरक्षा पर उठे सवाल

Xiaomi Security Issue: चीनी स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi हाल ही में अंतरराष्ट्रीय चर्चा में आ गई है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कंपनी के फोन की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, जिससे Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय छवि प्रभावित हुई है। यह घटना APEC सम्मेलन के दौरान हुई है जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को उपहार के तौर पर Xiaomi का फोन दिया है।  Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती! दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने APEC में फोन की सुरक्षा पर सवाल उठाए, जानिए क्या है बैकडोर और क्यों बढ़ रही है यूजर्स की चिंता।  राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने फोन देखते ही मजाक में कहा कि क्या इसकी कम्युनिकेशन लाइन सुरक्षित है। इस पर शी जिनपिंग ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फोन की जांच की जाए कहीं इसमें बैकडोर तो नहीं है। इस छोटे से मजाक ने ही Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है।  बैकडोर क्या है?  बैकडोर एक छिपा हुआ तरीका होता है, जिससे मोबाइल या ऐप के सिस्टम तक अनधिकृत पहुंच संभव हो जाती है। इसे फोन या एप्लिकेशन की सुरक्षा को बायपास करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कभी–कभी सरकार या एजेंसियां इसे वैध कारणों से इस्तेमाल करती हैं, लेकिन कई बार प्री–इंस्टॉल्ड ऐप्स या ब्लॉटवेयर के जरिए यूजर्स का डेटा चोरी करने में भी इसका गलत इस्तेमाल होता है।  READ MORE: Free में मिल सकता है Nothing Phone (3), जानें कैसे  READ MORE: Apple का धमाका! टॉप 5 की लिस्ट से बाहर हुई ये चाइनीज मोबाइल कंपनियां  चीन के फोन और सुरक्षा चिंता  Xiaomi समेत कई चीनी स्मार्टफोन ब्रांड्स पर हमेशा से डेटा सुरक्षा और बैकडोर को लेकर सवाल उठते रहे हैं। अमेरिका ने इसी वजह से Huawei और ZTE जैसे ब्रांड्स को प्रतिबंधित कर दिया था। इन कंपनियों के फोन और डिवाइस अमेरिका में बैन कर दिए गए हैं। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि चीन के फोन में प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा का खतरा हो सकता है, खासकर अगर इसमें बैकडोर मौजूद हो। 

Don't Miss