पेरिस में आयोजित AI एक्शन समिट में पीएम मोदी ने हमारे जीवन में हो रहे राजनीतिक बदलावों के बारे में बात की।
AI Action Summit 2025: पीएम मोदी ने मंगलवार को पेरिस में आयोजित AI Action Summit 2025 में हिस्सा लिया। पीएम मोदी के साथ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो भी इस समिट में मौजूद रहें। इस दौरान समिट में पीएम मोदी ने उन सकारात्मक बदलावों के बारे में बात की जो AI हमारे जीवन में लाएगा। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस और अमेरिकी दौरे पर गए हैं।
AI Summit में क्या बोले पीएम
AI Action Summit में दुनिया के 100 से अधिक देश हिस्सा ले रहे हैं। इनमें से भारत भी एक है। फ्रांस के राष्ट्रपति इस समिट की अध्यक्षता कर रहे हैं। एआई समिट में पीएम मोदी ने कहा कि ‘मैं एक आसान एग्जांपल से शुरुआत करता हूं। अगर आप अपनी मेडिकल रिपोर्ट किसी AI एप्लीकेशन पर अपलोड करते हैं, तो यह आपकी बीमारी के बारे में आपको बिना किसी गलती के सब कुछ समझा सकता है, लेकिन अगर आप उसी ऐप से किसी ऐसे व्यक्ति की फोटो बनाने के लिए कहेंगे, जो बाएं हाथ से लिख रहा हो, तो ऐप शायद किसी ऐसे व्यक्ति की फोटो बनाएगा, जो दाएं हाथ से लिख रहा हो।”
AI के सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि कैसे AI हमारी जिंदगी बदल रहा है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ट्रेनिंग डेटा इस पर असर डाल रहा है। इससे पता चलता है कि AI के सकारात्मक पहलुओं के साथ-साथ हमें इसके कई अन्य पहलुओं पर भी ध्यान देना होगा। इसके बाद पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को इस कार्यक्रम का सह-अध्यक्ष बनाने के लिए धन्यवाद दिया।
AI को तेजी से अपनाया जा रहा
पीएम मोदी बोले कि AI हमारी राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और हमारे समाज को बदल रहा है। AI इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है, लेकिन यह मानव समाज के इतिहास में किसी भी अन्य तकनीक से बिल्कुल अलग है। AI ने असाधारण गति से ये बदलाव दिखाने शुरू कर दिए हैं। वहीं, लोग भी इसे तेजी से अपना रहे हैं।
AI का यूज देश की सीमाओं के बाहर भी हो रहा है। इसके लिए सभी को साथ आकर पॉलिसी बनानी होगी, ताकि लोगों में AI के प्रति भरोसा कायम हो सके। पीएम मोदी ने इसके बाद भारत के AI मिशन का जिक्र किया और कहा कि इस समय भारत AI को अपनाने में दुनिया के कई देशों से आगे है।
AI मिशन को लेकर कही बड़ी बात
भारत में AI के सकारात्मक उपयोग का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जनता की सेवा के लिए भारत में AI ऐप विकसित किए जा रहे हैं। भारत में AI की डेटा प्राइवेसी को लेकर भी कई कदम उठाए गए हैं। हमारे पास दुनिया का सबसे बड़ा AI टैलेंट है। भारत अपना खुद का लार्ज लैंग्वेज मॉडल विकसित कर रहा है। हमारे पास एक अनूठा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल है, जो लोगों को किफायती कीमत पर संसाधन उपलब्ध कराता है। भारत दुनिया को बताना चाहता है कि एआई का भविष्य अच्छा है और सभी के लिए है।