DeepSeek की यह तेजी से होती तरक्की यह बताती है कि अब चीन ग्लोबल AI रेस में सिर्फ भागीदार नहीं, बल्कि एक बड़ा खिलाड़ी बन चुका है।
DeepSeek Launched AI Model: AI की दुनिया में हर दिन कुछ नया हो रहा है, लेकिन इस बार चीन की एक स्टार्टअप कंपनी DeepSeek ने ऐसा कुछ किया है, जिसने पूरी टेक इंडस्ट्री का ध्यान खींच लिया है। DeepSeek ने अपना नया AI मॉडल DeepSeek-R1-0528 लॉन्च किया है, जो पहले से कहीं ज्यादा समझदार, तेज और भरोसेमंद है।
इस मॉडल की खास बात यह है कि यह अब मैथ्स, प्रोग्रामिंग और लॉजिक जैसे मुश्किल टॉपिक्स में भी बेहतरीन प्रदर्शन करता है। इतना ही नहीं यह मॉडल AI की सबसे बड़ी समस्या हैलुसिनेश यानी गलत या झूठी जानकारी देने की आदत को भी काफी हद तक सुधार दिया गया है। इसकी जानकारी खुद DeepSeek ने दी है। कंपनी का कहना है कि उनका नया मॉडल अब OpenAI के o3 और Google Gemini 2.5 Pro जैसे बड़े नामों को टक्कर देने के लिए तैयार है।
DeepSeek ने कैसे किया अमेरिका को हैरान?
DeepSeek कोई पहली बार सुर्खियों में नहीं आया है। इससे पहले भी 2025 में जब इस कंपनी ने अपना पहला मॉडल R1 लॉन्च किया था, तो पूरे अमेरिका की टेक इंडस्ट्री हिल गई थी। इसकी वजह ये थी कि DeepSeek ने इस पावरफुल AI मॉडल को सिर्फ 6 मिलियन डॉलर में तैयार किया था, जबकि इतने ताकतवर मॉडल आमतौर पर अरबों रुपये खर्च करके बनते हैं।
इस मॉडल की वजह से अमेरिका की बड़ी कंपनी Nvidia जैसी कंपनी को भी तगड़ा झटका लगा और मार्केट वैल्यू में करीब 589 बिलियन डॉलर की गिरावट आ गई। पूरी टेक मार्केट में लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट देखी गई थी।
अमेरिका की प्रतिक्रिया क्यों आई इतनी तेज?
DeepSeek के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अमेरिका ने तुरंत सख्त कदम उठाए है। NASA, अमेरिकी नौसेना और कांग्रेस ने DeepSeek के सॉफ्टवेयर को अपने सभी सरकारी डिवाइसों से पूरी तरह बैन कर दिया है। इतना ही नहीं, अमेरिकी सांसदों ने ‘No DeepSeek on Government Devices Act’ नाम से एक कानून का प्रस्ताव भी रखा है, जिसमें चीन द्वारा डेटा चोरी का खतरा बताया गया। कुछ प्राइवेट कंपनियों, जैसे Oracle, ने भी अपने कर्मचारियों को DeepSeek का इस्तेमाल करने से रोक दिया।
नया मॉडल कितना दमदार?
DeepSeek का नया मॉडल DeepSeek-R1-0528, पुराने R1 मॉडल पर ही आधारित है, लेकिन इसमें सोचने-समझने की क्षमता और गहराई पहले से कहीं ज्यादा बढ़ा दी गई है। यह मॉडल अब कठिन सवालों को हल करने, लंबे लॉजिक को समझने और सही जवाब देने में माहिर हो गया है। DeepSeek के फाउंडर लियांग वेनफेंग अब चीन की टेक दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम बन चुके हैं। हाल ही में उन्हें राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने Alibaba और Tencent जैसी बड़ी कंपनियों के CEO के साथ एक खास बैठक में बुलाया था। यह उनके बढ़ते प्रभाव का बड़ा संकेत है।
Nvidia और AI बाज़ार का नया समीकरण
DeepSeek का यह नया ऐलान Nvidia के नए फाइनेंशियल नतीजों के आने से ठीक पहले आया है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। भले ही DeepSeek के कारण Nvidia को पहले नुकसान हुआ हो, लेकिन अब Nvidia की मांग फिर से तेज हो रही है। इसका मतलब साफ है कि DeepSeek की वजह से AI इंडस्ट्री में एक नया संतुलन बन रहा है।