Naveen Rao AI startup: AI की दुनिया में बड़ा बदलाव उस समय देखने को मिला जब भारतीय मूल के नवनीन राव ने इस्तीफा देने का ऐलान किया। उन्होंने यह कदम एक नया स्टार्टअप शुरू करने के लिए उठाया है। राव ने Databricks के AI बिजनेस को मजबूत बनाने और उसे ग्लोबल लेवल तक पहुंचाने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी। अब उनका लक्ष्य ऐसे समाधान तैयार करना है जो AI कम्प्यूटेशन की आसमान छूती लागत को कम कर सकें।
Databricks के पूर्व AI प्रमुख नवनीन राव अब नया स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं। वे AI ट्रेनिंग की लागत कम करने पर फोकस करेंगे।
नवनीन राव कौन हैं?
राव AI इंडस्ट्री में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वह MosaicML के संस्थापक हैं जिसे 2023 में Databricks ने 1.3 बिलियन डॉलर में खरीदा था। MosaicML के जरिए उन्होंने ऐसे प्लेटफॉर्म तैयार किए जो AI को अधिक किफायती और प्रभावी बनाने में मददगार साबित हुए। अब उनका नया वेंचर भी इसी दिशा में कदम बढ़ा रहा है ताकि बड़े AI मॉडल्स को ट्रेन करने की लागत को कम किया जा सके।
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Databricks से रिश्ता बरकरार
राव अब Databricks के डेली कामकाज का हिस्सा नहीं रहेंगे, लेकिन वह कंपनी के सलाहकार बने रहेंगे। खास बात यह है कि Databricks ने उनके नए स्टार्टअप में वित्तीय सहयोग भी किया है। इससे यह साफ है कि कंपनी अभी भी उनके विजन और नवाचार पर भरोसा करती है।
Databricks की बढ़ती रफ्तार
राव का जाना ऐसे समय में हुआ है जब Databricks तेजी से आगे बढ़ रही है। कंपनी ने हाल ही में Series J फंडिंग राउंड में 10 बिलियन डॉलर जुटाए हैं, जिससे उसका मूल्यांकन 62 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। इसकी वार्षिक आय करीब 3 बिलियन डॉलर रन रेट पर है और अनुमान है कि 2024 के अंत तक कंपनी फ्री कैश फ्लो पॉजिटिव हो जाएगी। Databricks की सफलता का बड़ा कारण उसका Data Intelligence Platform है जो कंपनियों को जनरेटिव AI को बड़े पैमाने पर अपनाने में मदद करता है।
इनोवेशन जारी रहेगा?
राव के जाने के बाद निवेशकों और इंडस्ट्रई वर्ल्ड में यह सवाल उठ रहा है कि क्या Databricks अपनी नवाचार की गति को बनाए रख पाएगी? कंपनी के लिए टॉप टेक्निकल टैलेंट को रोकना और नए AI टूल्स पर काम जारी रखना भविष्य में उसकी प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति तय करेगा।
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नए स्टार्टअप की चुनौती
AI कंप्यूटिंग स्पेस पर फिलहाल NVIDIA, AMD और Intel जैसी बड़ी कंपनियों का दबदबा है। सिर्फ NVIDIA ही डेटा सेंटर GPU मार्केट का 92% हिस्सा रखती है लेकिन मॉडल ट्रेनिंग की बढ़ती एनर्जी और हार्डवेयर लागत ने छोटे, चुस्त स्टार्टअप्स के लिए नए अवसर खोले हैं। राव का स्टार्टअप ऐसे किफायती AI समाधानों पर फोकस करेगा, जिससे उसका मुकाबला न सिर्फ AWS, Google और Microsoft जैसे दिग्गजों से होगा बल्कि Lambda और CoreWeave जैसी उभरती कंपनियों से भी होगा।