Online Game खेलते समय अक्सर चैट या वॉयस कॉल के जरिए लोग एक-दूसरे से जुड़ते हैं। इसमें बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा होती है।
Online Gaming: आजकल बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी को Game खेलना काफी पसंद है। Online Gaming अब सिर्फ टाइमपास नहीं रह गया है बल्कि एक बड़ी इंडस्ट्री बन चुकी है। आज भी कुछ लोग इसे शौक से खेलते हैं लेकिन कुछ लोगों ने इसे अपना प्रोफेशन बना लिया है लेकिन Gaming के खतरे भी हैं। हालांकि, सरकार भी पैसों से जुड़े Game को बैन कर रही है। ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी है कि Online Gaming में खतरे क्या-क्या हैं और उनसे बचा कैसे जा सकता है।
Online Gaming के खतरे
- Online Game खेलते समय अक्सर चैट या वॉयस कॉल के जरिए लोग एक-दूसरे से जुड़ते हैं। इसमें बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। कई बार इसमें कुछ खिलाड़ी गाली-गलौज या बुरा बर्ताव करने लगते हैं इसे ही साइबर बुलिंग कहते हैं। कई बार बदमाश खिलाड़ी बच्चों से बातचीत के दौरान उनकी निजी जानकारी निकालने की कोशिश करते हैं।
- कभी-कभी लोग किसी Game का फ्री वर्जन या सस्ता वर्जन डाउनलोड करने के लिए अनजान वेबसाइट्स का सहारा लेते हैं। ऐसे में वहां से फोन या कंप्यूटर में वायरस और मालवेयर घुस सकते हैं। अगर ऐसा हो जाए तो हैकर्स आसानी से यूजर का डाटा चुरा सकता है।
- अधिकतर Online Games में चैट ऑप्शन होता है। अपराधी इसी का फायदा उठाकर गेमर्स से प्राइवेट इन्फोर्मेशन की डिटेल्स मांग लेते हैं। इसके बाद उनका गलत इस्तेमाल करते हैं।
- स्मार्टफोन पर Games खेलते समय सबसे बड़ा खतरा कैमरा और माइक हैक होने का है। हैकर्स इन्हें कंट्रोल कर सकते हैं और फिर ब्लैकमेलिंग जैसी हरकत कर सकते हैं।
- कई बार Games फ्री बताकर डाउनलोड कराए जाते हैं लेकिन Game खेलने के दौरान अलग-अलग आइटम खरीदने के लिए पैसे मांगे जाते हैं इसे हिडन फीस कहते हैं। इसके लिए अकसर क्रेडिट कार्ड या बैंक डिटेल्स मांगी जाती हैं जिससे धोखाधड़ी का खतरा बढ़ जाता है।
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Online Game से बचने के आसान तरीके
खतरे जरूर हैं लेकिन अगर सावधानी रखी जाए तो Online Game का मजा भी ले सकते हैं और सुरक्षित भी रह सकते हैं।