स्मार्टफोन कंपनियां हर साल अपने नए फ्लैगशिप फोन लॉन्च करती हैं। भले ही फोन दिखने में पुराने जैसे लगें, लेकिन कंपनियां हर साल टेक्नोलॉजी को थोड़ा-थोड़ा बेहतर बनाती रहती हैं ताकि बाजार में बनी रहें।
पहले टचस्क्रीन और ड्यूल कैमरा बड़े बदलाव थे। अब फोन पहले से ही बहुत एडवांस हो चुके हैं, इसलिए हर साल बड़े बदलाव दिखना मुश्किल हो गया है। ज्यादातर यूजर्स फोन का इस्तेमाल भी पहले जैसा ही करते हैं।
कोई हर साल फोन बदलता है, तो कोई 3-4 साल तक एक ही फोन चलाता है। ऐसे में नया मॉडल किसी पुराने यूजर के लिए बड़ा अपग्रेड हो सकता है, भले ही लेटेस्ट यूजर को फर्क न लगे।
भारत में अब लोग प्रीमियम और अल्ट्रा-प्रीमियम स्मार्टफोन पर ज्यादा खर्च करने लगे हैं। इसी वजह से कंपनियां नए और ट्रेंडी फ्लैगशिप फोन लगातार लॉन्च कर रही हैं।
मार्केट में मुकाबला बहुत तेज है। अगर कोई कंपनी नया फोन नहीं लाती, तो ग्राहक दूसरी ब्रांड की तरफ जा सकते हैं। हर साल लॉन्च से कंपनी ट्रेंड में बनी रहती है।
अब फ्लैगशिप फोन लंबे समय तक चलने लगे हैं और 5-7 साल तक अपडेट मिलते हैं। साथ ही फ्लैगशिप फीचर्स अब मिड-रेंज फोन में भी आने लगे हैं, जिससे ग्राहकों के पास ज्यादा ऑप्शन हैं।