ChatGPT-5: जब हाइप कम हुआ, AI की सीमाएँ सामने आईं

ChatGPT-5 को जबरदस्त हाइप के साथ लॉन्च किया गया, लेकिन कुछ ही हफ्तों में इसके चारों ओर का उत्साह कम हो गया।

उपयोगकर्ताओं ने इसे अनकंसिस्टेंट, रोबोटिक और साधारण बताया और अपनी निराशा जताई।

FAIR की रिसर्च टीम, Rob Fergus और Yann LeCun के नेतृत्व में, अब Meta के बड़े पैमाने पर AI प्रशिक्षण में सक्रिय योगदान देगी।

GPT-5 तकनीकी रूप से बड़ा कदम है, लेकिन AI अब डेटा और कंप्यूट के जरिए पहले जैसी क्रांतिकारी बढ़त नहीं दिखा पा रहा।

AI तेजी से रिपोर्ट और जानकारी तैयार कर सकता है, लेकिन इंसानी अनुभव और गहरी समझ का कोई विकल्प नहीं है।

AI का इस्तेमाल जरूरी है, लेकिन इसे समझदारी से, सीमाओं को जानकर और सही जगह पर ही लागू करना चाहिए।