आप सालों से क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इसके नंबर और वैलिडेशन के बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं होती।
हाल ही में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने X (पहले ट्विटर) पर थ्रेड शेयर किया और बताया कि क्रेडिट कार्ड नंबर कैसे काम करता है।
FinPal के अनुसार, Amazon और Flipkart जैसे ऑनलाइन पोर्टल तुरंत पहचान लेते हैं कि कार्ड वैध है और कौन-कौन से बैंक ऑफर्स उपलब्ध हैं।
क्रेडिट कार्ड नंबर बिल्कुल रैंडम नहीं होते, इन्हें एक खास एल्गोरिथम के जरिए बनाया जाता है ताकि वैलिडेशन और बैंकिंग आसान हो सके।
बैंक Luhn Algorithm का इस्तेमाल करते हैं, जो यह चेक करता है कि नंबर का हर दूसरा अंक दोगुना जोड़ने पर 10 से विभाज्य है या नहीं।
कार्ड का पहला अंक नेटवर्क को इंगित करता है और पहले 6-8 अंक BIN (Bank Identification Number) कार्ड जारी करने वाले बैंक और कार्ड के प्रकार के बारे में जानकारी देते हैं।