साइबर अपराध को रोकने के लिए सरकार ने सिम कार्ड के नियम सख्त कर दिए हैं। साइबर क्राइम की घटनाओं में फर्जी सिम कार्ड की भूमिका अहम होती है।
दूरसंचार विभाग ने सभी टेलीकॉम कंपनियों से डिजिटल इंटीग्रेटेड वेरिफिकेशन सिस्टम लागू करने को कहा है। यानी कि अब ग्राहकों की पहचान के लिए सख्त नियम अपनाए जाएंगे।
सिम कार्ड बेचने से पहले कंपनियों को अलग-अलग मापदंडों पर उनका वेरिफिकेशन करना होगा। अब कोई ग्राहक बिना बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के सिम कार्ड नहीं खरीद पाएगा।
सिम कार्ड देने से पहले कंपनियों को ग्राहक की 10 अलग-अलग एंगल से फोटो लेनी होगी। यह भी जांचा जाएगा कि ग्राहक के नाम पर पहले से कितने कनेक्शन चल रहे हैं।
कंपनियों को यह भी पता करना है कि पहले से ग्राहक के नाम पर जितने भी सिम है वह उन्होंने ही लिए हैं। अब तक 2.5 करोड़ फर्जी सिम कार्ड ब्लॉक किए जा चुके हैं।