मोबाइल से ट्रेडिंग कर रहे हैं? सावधान!.. ऐसे बचें।

मोबाइल ऐप से शेयर, IPO और म्यूचुअल फंड में निवेश जितना आसान और तेज़ हुआ है, साइबर जोखिम और डिजिटल ठगी का खतरा भी उतनी ही तेजी से बढ़ गया है।

डीमैट अकाउंट, यूपीआई और ऑनलाइन बैंकिंग ऐप्स में सीधे पैसों की पहुंच होने से निवेशक साइबर अपराधियों के सबसे आसान और तेज़ टारगेट बन चुके हैं।

कमजोर पासवर्ड रखना, पब्लिक Wi-Fi पर ट्रेडिंग करना, अनजान लिंक पर क्लिक करना और फर्जी कॉल्स पर भरोसा करना अकाउंट खाली करा सकता है।

PAN, आधार, बैंक डिटेल्स, KYC डेटा और ट्रेडिंग हिस्ट्री लीक होने पर पहचान चोरी, फर्जी ट्रेडिंग और अवैध लेनदेन का खतरा बढ़ जाता है।

AI फिशिंग मैसेज, नकली ट्रेडिंग वेबसाइट, क्लोन ऐप्स, स्क्रीन-शेयरिंग स्कैम और रिमोट एक्सेस ऐप्स से निवेशकों को चुपचाप फंसाया जा रहा है।

मजबूत व यूनिक पासवर्ड रखें, 2-Step Verification ऑन करें, सिर्फ ऑफिशियल ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड करें, कभी OTP या स्क्रीन शेयर न करें और संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत अकाउंट ब्लॉक कराएं।