डिजिटल जासूसी से बचना है तो इस सेटिंग्स को अनदेखा न करें

जैसे ही ऐप इंस्टॉल होता है, वह आपकी लोकेशन, एक्टिविटी और डिवाइस डेटा पर नज़र रखने लगता है। ज़रूरी है समझना कि कौन-सा ऐप कितना एक्सेस ले रहा है।

आपकी ऑनलाइन एक्टिविटी का डेटा विज्ञापन कंपनियों तक पहुंचता है, जिससे हर जगह वही ऐड दिखते हैं। यही सबसे बड़ी प्राइवेसी चिंता है।

iOS में एक ही स्विच से ऐप ट्रैकिंग रोकी जा सकती है। बस एक सेटिंग बदलते ही ऐप्स आपकी एक्टिविटी फॉलो नहीं कर पाएंगे।

हर ऐप को हर वक्त आपकी लोकेशन जानने की जरूरत नहीं। While Using App या Never ऑप्शन चुनकर आप बड़ा फर्क ला सकते हैं।

Android फोन में Ad ID बंद करके विज्ञापन ट्रैकिंग रोकी जा सकती है। इससे ऐप्स आपको पहचान नहीं पाएंगे।

कैमरा, माइक्रोफोन और कॉन्टैक्ट्स, सब कुछ ऐप परमिशन मैनेजर से कंट्रोल किया जा सकता है। गैर-जरूरी एक्सेस तुरंत हटाएं।